मुंबई : चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की टीम अभी तक इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी है लेकिन गत चैम्पियन को वापसी कराने के लिये कप्तान रविंद्र जडेजा चाहेंगे कि उनके खिलाड़ी रविवार को पंजाब किंग्स के खिलाफ कई चीजों में सुधार करें।
सीएसके का अभियान निराशाजनक तीरके से शुरू हुआ। टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) से हारने के बाद उन्हें नयी टीम लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) से पराजय झेलनी पड़ी। शुरूआती मैच में जहां बल्लेबाजी इकाई विफल रही तो दूसरे मैच में ओस ने गेंदबाजों के लिये मुश्किलें खड़ी कर दीं जिससे वे 200 से ज्यादा रन का बचाव करने में असफल रहे।
टॉस मैच के नतीजों में अहम भूमिका निभा रहा है तो दूसरी पारी में ओस के कारण टीमें लक्ष्य का पीछा करने का विकल्प चुन रही हैं और सीएसके उम्मीद करेगी कि वे गीली गेंद से गेंदबाजी करने के लिये बेहतर ढंग से तैयार रहें।
जडेजा ने एलएसजी से मिली हार के बाद कहा, ‘‘ओस इस चरण में अहम हिस्सा होगी। अगर आप टॉस जीतते हो तो आप पहले गेंदबाजी करना पसंद करोगे। काफी ओस थी, गेंद हाथों में भी नहीं आ रही थी, गीली गेंद से अभ्यास करना होगा। ’’
सीएसके गेंदबाजी आक्रमण को भी तेज गेंदबाज दीपक चाहर और एडम मिल्ने तथा अंतिम ओवर के विशेषज्ञ क्रिस जोर्डन की कमी महसूस हो रही है। उन्हें लखनऊ की टीम के खिलाफ आल राउंडर शिवम दूबे को 19वां ओवर गेंदबाजी कराने के लिये बाध्य होना पड़ा जिसमें 25 रन बने और मैच उनके हाथों से निकल गया।
सीएसके गेंदबाजों को प्रतिद्वंद्वी बल्लेबाजों पर लगाम कसने के लिये कसी गेंदबाजी करनी होगी। तुषार देशपांडे और मुकेश चौधरी एलएसजी के खिलाफ गेंदबाजी करते हुए जूझते दिखे लेकिन पंजाब के मजबूत लाइन-अप के खिलाफ उन्हें बेहतर खेल दिखाना होगा, विशेषकर सीसीआई पर जहां गेंदबाजी आसान नहीं रही है।
ड्वेन ब्रावो ने टीम के लिये शानदार प्रदर्शन किया है लेकिन उन्हें अन्य से सहयोग की जरूरत है। कप्तान जडेजा भी अपनी उसी अच्छी लय में नहीं दिखे हैं जिससे उन्हें भी अपना सर्वश्रेष्ठ करने की जरूरत होगी। शुरूआती मैच में विफल होने के बाद चेन्नई की बल्लेबाजी लखनऊ के खिलाफ दूसरे मैच में अच्छी रही। रॉबिन उथप्पा, मोईन अली और दूबे ने अच्छा किया और वे अपने इसी प्रदर्शन का दोहराव करना चाहेंगे।
पिछले चरण के सर्वाधिक रन जुटाने वाले रूतुराज गायकवाड़ को भी रन बनाने होंगे। महेंद्र सिंह धोनी से मध्य ओवरों में अच्छा करने की उम्मीद है और वह ‘फिनिशर’ की भूमिका निभा सकते हैं। वहीं पंजाब किंग्स की टीम में कुछ ‘बिग हिटर’ मौजूद हैं लेकिन वे केकेआर के खिलाफ चूक गये। छह विकेट की हार के बाद टीम विजयी लय में वापसी करने के लिये बेताब होगी और उम्मीद करेगी कि उसके बल्लेबाज इसमें योगदान दें।
मयंक अग्रवाल, शिखर धवन और भानुका राजपक्षे शीर्ष क्रम में मौजूद हैं तो पंजाब प्रतिद्वंद्वी टीम के आक्रमण पर आसानी से दबदबा बना सकता है। ओडियन स्मिथ और शाहरूख खान भी गेंद बाहर पहुंचाने में मशहूर हैं और उन्हें अधिक निरंतरता से ‘फिनिशर’ की भूमिका निभाने की जरूरत होगी।
पंजाब ने कागिसो रबाडा को अपने आक्रमण में शामिल किया था लेकिन आंद्रे रसेल के खिलाफ कोई भी गेंदबाज काम नहीं आ सका। इसलिये उन्हें जल्द ही एकजुट होकर सही क्षेत्र में गेंदबाजी करनी होगी।
दो स्पिनरों राहुल चाहर और हरप्रीत बरार की भूमिका महत्वपूर्ण होगी और मैच के नतीजे में ये अहम कारक हो सकते हैं।
टीम इस प्रकार हैं :
चेन्नई सुपर किंग्स: एमएस धोनी, रविंद्र जडेजा (कप्तान), मोईन अली, रुतुराज गायकवाड़, ड्वेन ब्रावो, दीपक चाहर, अंबाती रायडू, रॉबिन उथप्पा, मिशेल सेंटनर, क्रिस जॉर्डन, एडम मिल्ने, डेवोन कॉनवे, शिवम दूबे, ड्वेन प्रिटोरियस, महेश तीक्ष्णा, राजवर्धन हैंगरगेकर, तुषार देशपांडे, केएम आसिफ, सी हरि निशांत, एन जगदीशन, सुब्रंशु सेनापति, के भगत वर्मा, प्रशांत सोलंकी, सिमरजीत सिंह, मुकेश चौधरी।
पंजाब किंग्स : मयंक अग्रवाल (कप्तान), शिखर धवन, अर्शदीप सिंह, कैगिसो रबाडा, जॉनी बेयरस्टॉ, राहुल चाहर, हरप्रीत बरार, शाहरूख खान, प्रभसिमरन सिंह, जितेश शर्मा, ईशान पोरेल, लियाम लिविंगस्टोन, ओडियन स्मिथ, संदीप शर्मा, राज अंगद बावा, रिषि धवन, प्रेरक मांकड़, वैभव अरोड़ा, रितिक चटर्जी, बलतेज ढांडा, अंश पटेल, नाथन एलिस, अथर्व तायडे, भानुका राजपक्षा, बेनी होवेल।