Datia News : दतिया । जिला मुख्यालय से 70 किमी दूर रतनगढ़ माता मंदिर पर लक्खी मेले की तैयारियों को अंतिम रूप पुलिस व जिला प्रशासन ने देना शुरू कर दिया है। शुक्रवार की शाम से ही श्रद्धालु का मंदिर पहुंचना शुरू हो गया था। दोज मेले पर आयोजित लक्खी मेले में लाखों श्रद्धालु जुटते हैं।
इस बार की विशेषता यह है कि रतनगढ़ माता मंदिर पहुंच मार्ग का पुल टूटे होने से नदी पर पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है, ताकि कोई हादसा ना हो। दो गांवो के नागरिकों का आवागमन भी प्रतिबंधित कर रखा है।

संभावना यह है कि इन गांवों से भी होकर श्रद्धालु नदी पार कर मंदिर पहुंच सकते हैं। रात्रि दो बजे सेवढ़ा सिंध पुल पर इसके चलते आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया। इसके साथ ग्वालियर से अतिरिक्त पुलिस बल भी शुक्रवार शाम को ही तैनात कर दिया गया।
रतनगढ़ माता पहुंच मार्ग को लेकर दौज पर 5 एवं 6 नवम्बर को माँ रतनगढ़ माता के दर्शन करने आने वाले श्रृद्धालुओं की व्यवस्था के संबंध में बदलाव किए गए है। इस दौरान दो गांव मरसैनी बुर्जग एवं भगुआपुरा मार्ग पर आवागमन पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया है।
वर्तमान में रतनगढ़ में सिंध नदी का जल स्तर अधिक होने तथा यहां मगरमच्छ की संख्या ज्यादा होने के कारण लोगों करीबी रास्ते से नदी पार करके माता रतनगढ़ पहुंचने का प्रयास करते है। इस कारण दोनों गांवों के मार्गों को प्रतिबंधित किया गया है। इस प्रतिबंध के कारण परेशानी पड़ रही है। इस संबंध में कलेक्टर ने गत दिवस आदेश जारी किए थे।

माँ रतनगढ़ माता मंदिर पर दौज पर लाखों की संख्या में श्रृद्धालुओं के यहा आने की संभावना को देखते हुए कलेक्टर संजय कुमार ने सभी लोगों से यहां नहीं आने की अपील करते हुए रतनगढ़ माता के दर्शनों के लिए घर बैठे दर्शन यानि वीडियो दर्शन की भी व्यवस्था की गई है।
जन सुरक्षा को दृष्टिगत दंड प्रक्रिया 1973 की धारा 144 के तहत् ये प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है। आदेश में कहा गया है कि ग्राम मरसैनी बुजुर्ग, भगुवापुरा, मार्ग पर आवागमन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। इसका उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध भादवि की धारा 188 के तहत् कार्रवाई की जाएगी।
सेवढ़ा तहसील में सिंध नदी पर स्थित पुल बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो जाने एवं नदी का जल स्तर अधिक होने और नदी में बढ़ी संख्या में मगरमच्छांे को देखते हुए जिला प्रशासन ने जन सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ग्राम मरसैनी बुजुर्ग, भगुआपुरा मार्ग पर आवागमन पूर्णतः प्रतिबंधित किया है।
ग्वालियर-डबरा तथा पिछोर होकर आने में दर्शानार्थियों को लगभग 80 किमी घूमकर जाना पड़ेगा। । पुल नहीं होने से लोग नदी नाव से टायर-ट्यूब के जरिये पार करने का प्रयास करते है और दौज पर्व पर ये भीड़ ज्यादा होने से का्फी खतरनाक भी है। इस कारण दौज पर इन दोनों गांवों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है।
रतनगढ़ माता मंदिर पर आगामी दौज पर्व पर होने वाले 6 नवंबर को लक्खी मेले को लेकर जिला एवं पुलिस प्रशासन काफी गंभीर है। इसके चलते गत मंगलवार को कलेक्टर संजय कुमार तथा पुलिस अधीक्षक ने उन सब रतनगढ़ मंदिर क्षैत्र के उन स्थानों का मुआयना किया जहां पर से लोग नदी पार कर रतनगढ़ मंदिर पहुंचने का प्रयास कर सकते हैं।
पुलिस नदी के किनारे नदी में ‘‘सावधान – खतरनाक मगरमच्छ है’’, संबंधित सूचना बोर्ड भी जगह-जगह लगाएगी और होमगार्ड की विशेष टुकड़ी इस क्षैत्र के नदी वाले इलाके पर तैनात रहेगी। इनके पास तीन शक्तिशाली मोटर बोट भी रहेगी। जो सतत नदी पर निगाह रखेगी। नदी में छुपाई गई नाव की खोज का भी एक बड़ा बिंदु सामने आया है। पुलिस इन नावों की खोज कर जप्त करेगी।
ग्वालियर व दतिया का पुलिस बल तैनात
पुलिस अधीक्षक अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि इंदरगढ़ होकर जाने वाले रास्तों पर सभी जगह पुलिस का एक-चार का पुलिस बल भी अतिरिक्त रूप से लगाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस का अतिरिक्त बल डबरा मार्ग पर भी तैनात किया गया है ताकि किसी भी घटना पर पुलिस तुरंत पहुंच सके।
इसके अलावा वे सेंटर भी देखे जा रहे हैं जहां से श्रद्धालु जबरदस्ती घुस कर नदी पार कर रतनगढ़ मंदिर पहुंचने का प्रयास करेंगे तो यहां सब जगह बैरिकेटिंग करने के साथ ही संख्या में पुलिस बल तैनात रहेगा, ताकि कोई भी श्रद्धालु नदी पार कर रतनगढ़ मंदिर पहुंचने का प्रयास ना करें।
रतनगढ़ मंदिर के पहुंच मार्ग पर जहां ग्वालियर की तरफ वाले मार्ग पर ग्वालियर का पुलिस फोर्स रहेगा वही नदी के आसपास व माता मंदिर के आसपास दतिया का पुलिस बल की तैनाती हो गई है।