भोपाल : राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि समाज, परिवार और हम सबकी जिम्मेदारी है कि दिव्यांगजन की कमजोरियों को नहीं, उनकी प्रतिभा को पहचाने और उसे निखारने एवं उनकी ऊर्जा को नई दिशा देने में सहयोग करें। राज्यपाल स्वयंसेवी संस्था आरूषि द्वारा आयोजित 17वीं ब्लाइंड चैलेंज कार रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने झण्डी दिखा कर रैली का शुभारम्भ किया।
राज्यपा पटेल ने कहा कि रफ्तार से नहीं बल्कि नियंत्रित गति और सही रास्ते पर चलकर ही मंजिल पर पहुँचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के प्रति लोगों के दृष्टिकोण में बदलाव लाना तथा उन्हें समाज की मुख्य-धारा से जोड़ना ज़रूरी है। सामाजिक भागीदारी के साथ दिव्यांगजन को बेहतर जीवन देने के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में संस्था का योगदान सराहनीय है। संस्था से सिर्फ युवा वालंटियर ही नहीं बल्कि विभिन्न क्षेत्रों के विख्यात लेखक, संगीतकार एवं कलाकार भी जुड़े हैं।
राज्यपाल ने समाज के सभी नागरिकों से कहा कि जो भी काम करें, उन्हें करते हुए अपने दिव्यांग भाई-बहनों की समस्याओं को समझें और उनके प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने में सहयोग करें।कार्यक्रम में आरूषि के सचिव अनिल मुदगल एवं अन्य आयोजक उपस्थित थे।

इंदौर में विदेश मंत्री ने उठाया पान का लुत्फ : इंदौर की 56 दुकानों को प्रवासी भारतीयों के लिए दुल्हन की तरह सजाया गया है। यहाँ पर देर रात तक दुकानें प्रवासी भारतीयों के स्वागत के लिए खुली हुई है। गत दिवस शनिवार रात विदेश मंत्री एस. जयशंकर 56 दुकान स्थित अन्नपूर्णा पान भंडार पर पहुँचे। पान खाने के बाद श्री जयशंकर ने पान की तारीफ की।
अन्नपूर्णा पान भंडार के संचालक ने बताया कि रात 10 बजे अपनी दुकान पर देश के विदेश मंत्री श्री जयशंकर को अपने साथियों को देखकर उसे आश्चर्य हुआ। विदेश मंत्री ने उन्हें पान लगाने के लिए कहा। विदेश मंत्री को स्पेशल गुंडी पान बना कर खिलाया। दुकान वर्ष 1984 से संचालित है। सोने का वरक चढ़ा हुआ गोल्ड पान इसकी खासियत है। प्रवासी भारतीयों के लिए उन्होंने अलग-अलग तरह के पान की श्रृंखला बनाई है जिनमें 8 तरह की चटनी और गुलकंद के पान शामिल है।