दतिया । खंडवा की रहने वाली महिला ने एक सरकारी डॉक्टर जो कि पिछले कुछ समय से बसई में पदस्थ रहे और अब निलंबित है, के खिलाफ लगातार दस वर्षों तक देह शोषण करने का आरोप लगाया है। कोतवाली दतिया में एफआइआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जाता है आरोपित डॉक्टक पूर्व में खंडवा में एक पैथालॉजी लैब संचालित करता था। इसी दौरान पीड़िता उसके संपर्क में आई थी।
थाना कोतवाली से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को डॉक्टर सुरेश सिंह तोमर के खिलाफ धारा 376 (2) के तहत केस दर्ज किया गया है। मामला यह है कि डॉक्टर पर एक 38 वर्षीय महिला ने कोतवाली में लिखित आवेदन दिया है कि उक्त डॉक्टर जनवरी 2011 से 3 दिसंबर 2020 तक उसके साथ बलात्कार करता रहा। महिला की शादी वर्ष 2010 में महाराष्ट्र के अमरावती शहर में हुई थी। 20 दिन बाद ही पति से विवाद होने पर वह अपने मायके खंडवा आ गई थी। महिला की पति से अनबन के बाद दोनों के बीच तलाक की कार्रवाई चलती रही। इस दौरान वह मायके में खंडवा में ही रहने लगी।
इस दौरान वहां पर पैथाल़ॉजी संचालित करने वाले डॉ. सुरेश सिंह तोमर के संपर्क में आई थी। डॉक्टर ने उसे नौकरी पर भी रख लिया। एक दिन डॉक्टर ने नशीली दवाईया खिलाकर बलात्कार किया और अश्लील फोटो खींचकर लगातार दस वर्षों तक ब्लैकमेलिंग कर देह शोषण करता रहा। इस दौरान वह पीड़ित महिला को शादी का झांसा भी देता रहा। महिला को एक बच्चा भी उस दौरान हो गया, जो कि अब अभी 9 साल का है।
डॉक्टर ने पीड़ित महिला की कुछ समय के लिए अस्पताल में नौकरी भी लगवाई, परन्तु शादी नही की। डॉक्टर का खंडवा से दतिया जिले के बसई गांव में ट्रांसफर हो गया था। इसके बाद वह पीड़िता को बसई ले आया। यहां भी वह बलात्कार करता रहा। इसके बाद अचानक निलंबित होने के बाद वह पीड़िता को दतिया ले कर आ गया। यहां उसने एक मकान लेकर उसे रखा और फिर अचानक गायब हो गया।
अंततः पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर डॉक्टर के खिलाफ कोतवाली पुलिस में लिखित आवेदन दिया। टीआई कोतवाली रत्नेश यादव ने डॉक्टर के खिलाफ एफआइआर की पुष्टि की है। फिलहाल डॉक्टर सस्पेंड चल रहा है और फरार है। कोतवाली टीआई रत्नेश यादव ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपित की तलाश की जा रही है।
