Datia news : दतिया । सिद्ध क्षेत्र जैन मंदिर कमेटी सोनागिर ने एक कर्मचारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। जिसमें मंदिर की दान राशि का गबन करने की बात सामने आई है।
आरोप है कि कर्मचारी तनमय जैन ने श्रद्धालुओं से नगद दान राशि लेकर, फर्जी रसीदें जारी कीं और दान राशि को मंदिर के खातों में जमा नहीं किया। कमेटी के प्रबंधक संदीप जैन की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपित की तलाश जारी है।

यह मामला तब सामने आया जब प्रबंधक संदीप जैन ने मंदिर की रसीदों और बैंक खातों का मिलान किया। जांच में पता चला कि कर्मचारी तनमय जैन ने मई 2024 से फरवरी 2025 तक श्रद्धालुओं से ली गई दान राशि को यूको बैंक के सिनावल शाखा और एक्सेस बैंक के दतिया शाखा में जमा नहीं किया।

इसके बजाय, उसने रसीद बुक पर फर्जी यूटीआर नंबर डाले, जिससे राशि में हेरफेर की गई। इस धोखाधड़ी के कारण करीब आठ से नौ लाख रुपये की राशि मंदिर के खाते में नहीं आई।
प्रबंधक ने जब दान राशि और रसीदों का मिलान किया तो पूरी गड़बड़ी सामने आई। रिपोर्ट के मुताबिक, तनमय जैन ने यात्रियों से नगद राशि ली, लेकिन उसकी रसीदें असल में धोखाधड़ी से भरी थीं। मंदिर कमेटी के अधिकारियों ने जब जांच शुरू की तो इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ।
आरोपित की गिरफ्तारी की तैयारी :
थाना प्रभारी संतोष भार्गव ने बताया कि आरोपित कर्मचारी तनमय जैन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस धोखाधड़ी को लेकर मंदिर कमेटी सतर्क हो गई है। दान राशि को लेकर अब और भी सजगता बरते जाने की बात कही गई है।
सोनागिर मंदिर नंबर 57 का ऐतिहासिक महत्व :
सोनागिर स्थित चंद्रप्रभु मंदिर नंबर 57 जैन धर्म के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल में से एक है। यह मंदिर अपने ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, जो मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं और दान करते हैं।
इस मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है और इसे जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल माना जाता है। मंदिर के आस-पास के क्षेत्र में कई और जैन मंदिर भी हैं, जो इस धार्मिक स्थल के महत्व को और बढ़ाते हैं। चंद्रप्रभु मंदिर विशेष रूप से अपनी वास्तुकला और धार्मिक समृद्धि के लिए जाना जाता है।