राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित PM मोदी से मिले जर्मन चांसलर, भारत की आर्थिक तरक्की से हुए प्रभावित

नई दिल्ली  : जर्मनी संघीय गणराज्य के चांसलर एच.ई. ओलाफ स्कोल्ज़ ने  राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। जर्मन चांसलर के रूप में भारत की पहली यात्रा पर आये चांसलर स्कोल्ज़ का स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच लंबे समय से संबंध हैं, जो हमारे साझा मूल्यों और साझा लक्ष्यों पर आधारित हैं। हमारे द्विपक्षीय संबंधों में व्यापक स्तर पर विभिन्न क्षेत्र शामिल हैं, जो उस आपसी विश्वास को दर्शाते हैं, जिसे दशकों से पोषित-पल्लवित किया गया है।

राष्ट्रपति ने कहा कि जर्मनी, यूरोप में भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है और भारत के शीर्ष निवेशकों में भी शामिल है। उन्होंने कहा कि जर्मनी भारत का दूसरा सबसे बड़ा विकास सहयोग भागीदार भी है और इसने भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हाल के वर्षों में, जर्मनी उच्च शिक्षा, विशेष रूप से विज्ञान और प्रौद्योगिकी में आगे बढ़ने के इच्छुक भारतीय छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए, के एक पसंदीदा गंतव्य के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंध हैं तथा भारत पर काम कर रहे जर्मन भारतविद विद्वानों की एक लंबी परंपरा रही है।

राष्ट्रपति ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों, नियमों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, बहुपक्षवाद, साथ ही बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार आदि को बनाए रखने में भारत और जर्मनी के साझा उद्देश्य हैं। दो जीवंत, बहुलवादी लोकतंत्रों के रूप में, भारत और जर्मनी नई और उभरती वैश्विक चुनौतियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

सस्टेनेबल डेवलपमेंट के साथ किया विकास – PM मोदी
भारत और जर्मनी Triangular Development Cooperation के तहत तीसरे देशों के विकास के लिए आपसी सहयोग बढ़ा रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में हमारे बीच people-to-people संबंध भी सुदृढ़ हुए हैं। पिछले वर्ष दिसम्बर में किये गए Migration and Mobility Partnership Agreement उससे ये संबंध और भी गहरे होंगे।

बदलते समय की आवश्यकताओं के अनुसार, हम अपने संबंधों में नए और आधुनिक पहलू भी जोड़ रहे हैं। पिछले वर्ष मेरी जर्मनी की यात्रा के दौरान हमने Green and Sustainable Development Partnership की घोषणा की थी। इसके माध्यम से, हम Climate Action और Sustainable Development Goals के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा रहे हैं। Renewable Energy, Green Hydrogen और bio-fuels जैसे क्षेत्रों में भी हमने साथ काम करने का निर्णय लिया।

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