मप्र बुला रहा है : दुबई में CM डॉ. मोहन यादव ने निवेशकों को दिया भरोसा : बेहिचक निवेश करें, “हम आपको रिटर्न गिफ्ट देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे”

भोपाल/दुबई :  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दुबई में प्रवासी भारतीयों के “फ्रेंड्स ऑफ एमपी इंटरनेशनल” समूह के साथ संवाद करते हुए मध्यप्रदेश को निवेश के लिए सर्वोत्तम गंतव्य बताया। उन्होंने कहा, “मध्यप्रदेश आपको बुला रहा है। बेहिचक निवेश कीजिए, हम भी आपको रिटर्न गिफ्ट देने में कोई कमी नहीं रखेंगे।”

डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने निवेशकों की सुविधा के लिए 18 पारदर्शी औद्योगिक नीतियां लागू की हैं। निवेशकों को सिंगल विंडो सिस्टम, बिजली दरों में छूट, और भूमि आवंटन जैसी सहूलियतें दी जा रही हैं। उन्होंने बताया कि जो निवेशक राज्य में बड़े उद्योग लगाएंगे, उन्हें प्रति लेबर 5,000 रुपये प्रतिमाह की सहायता अगले 10 वर्षों तक दी जाएगी। वहीं मेडिकल कॉलेज या मेडिकल एजुकेशन में निवेश करने वालों को सरकार एक रुपये में भूमि देगी।


30 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव और 13 देशों से भागीदारी : मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (GIS) के माध्यम से राज्य को 30 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। वर्तमान में राज्य सरकार 13 देशों के साथ औद्योगिक सहयोग पर कार्य कर रही है।

प्रमुख सचिव  राघवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि फरवरी 2025 में भोपाल में हुए GIS में 30.77 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का ध्यान समग्र औद्योगिक विकास पर केंद्रित है।


पन्ना के हीरे और दुबई की चमक: प्रतीकात्मक जुड़ाव : मुख्यमंत्री ने कहा, “हीरे तो पन्ना में मिलते हैं, लेकिन मप्र के डायमंड तो दुबई में भी मिल रहे हैं।” उन्होंने मध्यप्रदेश की प्रतिभा को दुनिया में उभरता हुआ बताया और भारतीय उद्यमियों की वैश्विक पहचान को सराहा।

डॉ. यादव ने यह भी कहा कि दुबई, मध्यप्रदेश के लोगों के लिए “दूसरी मां” के समान है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि देश के साथ-साथ प्रवासी भारतीयों की भी हर संभव मदद की गई है।


‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना और भारतीय संस्कृति की वैश्विक पहचान : मुख्यमंत्री ने दुबई में निर्मित स्वामीनारायण मंदिर का उदाहरण देते हुए कहा कि यह भारतीय संस्कृति की “सर्वधर्म समभाव” भावना का प्रतीक है। कोविड काल में भारत ने दवाइयां और वैक्सीन देकर पूरी दुनिया में अपनी जिम्मेदारी निभाई।

मुख्यमंत्री ने दुबई में रहने वाले टेक्सटाइल उद्यमी नरेश भावनानी जैसे उद्योगपतियों की सराहना की जिन्होंने मध्यप्रदेश से बाहर निकलकर वैश्विक पहचान बनाई और रोजगार सृजन में अहम भूमिका निभाई।


यूएई में एमपी की गूंज : भारतीय महावाणिज्यदूत  सतीश सिवान ने कहा कि यूएई में 44 लाख से अधिक प्रवासी भारतीय रहते हैं और मध्यप्रदेश “भारत के हृदय प्रदेश” के रूप में उनके दिलों में भी विशेष स्थान रखता है।

अपर मुख्य सचिव संजय दुबे ने बताया कि मध्यप्रदेश में 5 लाख किलोमीटर लंबा सड़क नेटवर्क, रेल, वायु और जलमार्ग की सशक्त कनेक्टिविटी है, जिससे यह निवेश के लिए आदर्श राज्य बनता है।

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