चुनाव 2020 तक सांसद: आचार्य प्रमोद कृष्णम के शिवराज पर बिगड़े बोल
चुनाव 2020 तक सांसद: आचार्य प्रमोद कृष्णम के शिवराज पर बिगड़े बोल, कहा- मारीच, कंस और शकुनि का निचोड़ है ये मामा

मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के लिए पुनरीक्षण प्रश्न हैं। इसलिए दोनों समूह एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में पीछे नहीं हैं। नेताओं के बिगड़े बोल भी लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। उनके बारे में चुनाव आयोग उन्हें नोटिस भी दे रहा है।

अब उप्र के कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने प्रदेश में मामा के रूप में लोकप्रिय चौहान की तुलना कंस, शक्तिुनि और मारीच से कर दी है। आचार्य प्रमोद कृष्णम मप्र के शिवपुरी जिले के करैरा चुनाव क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी त्यागी लाल जाटव के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे थे।

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सभा में नाराज के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री चौहान पर निशाना साधते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, ‘मारीच राक्षस, कंस और शक्तिुनिमा को इकट्ठा कर दिया जाए तो एक मामा शिवराज बन जाता है। त्रेता में मामा मारीच हुए। द्वापर युग में कंसमाता का नाम हुआ। इसके बाद शकुनि मामा ने छल और प्रपंच से पंडवों को बर्बाद कर दिया। तीनों मामाओं का कमीनापन निचोड़ दिया जाता है, तो इससे शिवराजमाता बन जाता है। “

15 साल में बहुत कम नहीं हुई
इस सभा में अपने भाषण की शुरुआत में ही आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, ‘धार्मिक शुद्ध इतिहास में तीन तरह के मामाओं का जिक्र है। त्रेतागो में पहले मामा हुआ मारीच, जिसने सीता माता के हरण के लिए प्रपंच रचा था। द्वापर के प्रारंभ में हुआ कंस मामा, जिसने देवकी के बच्चों का वध किया और तीसरे मामा महाभारत के दौर में शकुनि हुआ, जिसने पंडवों को छकना का साजिश रचा। लेकिन इन तीनों को मिला दो तब जाकर उनके निचोड़ से मामा शिवराज बना है। “उन्होंने कहा कि शिवराज ऐसे व्यक्ति हैं जो 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे, लेकिन इसके बाद भी उनकी सत्ता की भूख कम नहीं हुई।

भाजपा चुनाव आयोग से शिकायत करेगी
भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने आचार्य कृष्णम के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘कृष्णम का कथन आपत्तिजनक और शर्मनाक है। अब यह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की जिम्मेदारी है कि वे प्रदेश के भांजे-भांजियों से माफी मांगें। “इसके साथ ही उन्होंने कृष्णम के प्रचार करने पर रोक की मांग की। उन्होंने कहा कि इस मामले में भाजपा चुनाव आयोग से शिकायत करेगी।

भोपाल. मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर उपचुनाव सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के लिए पुनरीक्षण प्रश्न हैं। इसलिए दोनों समूह एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने में पीछे नहीं हैं। नेताओं के बिगड़े बोल भी लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। उनके बारे में चुनाव आयोग ने उन्हें भी नोटिस दिया है।

अब उप्र के कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने प्रदेश में मामा के रूप में लोकप्रिय चौहान की तुलना कंस, शक्तिुनि और मारीच से कर दी है। आचार्य प्रमोद कृष्णम मप्र के शिवपुरी जिले के करैरा चुनाव क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी त्यागी लाल जाटव के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे थे।

सभा में नाराज के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री चौहान पर निशाना साधते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, ‘मारीच राक्षस, कंस और शकुनि मामा को इकट्ठा कर दिया जाए तो एक मामा शिवराज बन जाता है। त्रेता में मामा मारीच हुए। द्वापर युग में कंसमाता का नाम हुआ। इसके बाद शकुनि मामा ने छल और प्रपंच से पंडवों को बर्बाद कर दिया। तीनों मामाओं का कमीनापन निचोड़ दिया जाता है, तो इससे शिवराजमाता बन जाता है। “

15 साल में बहुत कम नहीं हुई

इस सभा में अपने भाषण की शुरुआत में ही आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, ‘धार्मिक शुद्ध इतिहास में तीन तरह के मामाओं का जिक्र है। त्रेतागो में पहले मामा हुआ मारीच, जिसने सीता माता के हरण के लिए प्रपंच रचा था। द्वापर के प्रारंभ में हुआ कंस मामा, जिसने देवकी के बच्चों का वध किया और तीसरे मामा महाभारत के दौर में शकुनि हुआ, जिसने पंडवों को छकना का साजिश रचा। लेकिन इन तीनों को मिला दो तब जाकर उनके निचोड़ से मामा शिवराज बना है। “उन्होंने कहा कि शिवराज ऐसे व्यक्ति हैं जो 15 साल तक मुख्यमंत्री रहे, लेकिन इसके बाद भी उनकी सत्ता की भूख कम नहीं हुई।

भाजपा चुनाव आयोग से शिकायत करेगी
भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने आचार्य कृष्णम के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘कृष्णम का कथन आपत्तिजनक और शर्मनाक है। अब यह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की जिम्मेदारी है कि वे प्रदेश के भांजे-भांजियों से माफी मांगें। “इसके साथ ही उन्होंने कृष्णम के प्रचार करने पर रोक की मांग की। उन्होंने कहा कि इस मामले में भाजपा चुनाव आयोग से शिकायत करेगी।

 

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