दिल्ली : प्रधानमंत्री ने दिल्ली में 12,200 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनका उद्देश्य क्षेत्रीय संपर्क और शहरी गतिशीलता को मजबूत करना है। उन्होंने साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर तक 13 किलोमीटर लंबे नमो भारत कॉरिडोर का उद्घाटन किया, जो तेज़ और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगा।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि भारत का मेट्रो नेटवर्क अब 1,000 किलोमीटर तक पहुंच गया है। 2014 में यह केवल 248 किलोमीटर था, और अब यह 21 शहरों में फैला है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार के प्रयासों से देश मेट्रो नेटवर्क के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन गया है।
उन्होंने दिल्ली मेट्रो फेज-4 के जनकपुरी-कृष्णा पार्क खंड (1,200 करोड़ रुपये) और रिठाला-कुंडली खंड (6,230 करोड़ रुपये) का भी उद्घाटन और शिलान्यास किया। इससे पश्चिमी दिल्ली और हरियाणा के प्रमुख इलाकों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
स्वास्थ्य सेवाओं में नई पहल
प्रधानमंत्री ने रोहिणी में केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखी। इस परियोजना पर 185 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने की बात कही और कहा कि भारत जल्द ही “हील इन इंडिया” का प्रमुख केंद्र बनेगा।
नई परियोजनाओं से रोजगार और विकास
प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि ये परियोजनाएं आर्थिक वृद्धि में योगदान करेंगी और युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेंगी। उन्होंने दिल्ली-एनसीआर में बेहतर कनेक्टिविटी और आधुनिक बुनियादी ढांचे के विकास की प्रतिबद्धता दोहराई।