बुधनी (मप्र) : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘विकसित भारत संकल्प पदयात्रा’ के दूसरे दिन बुधनी विधानसभा क्षेत्र के बिजला जोड़, चांदा ग्रहण जोड़ और भैरूंदा गांवों में जनसंवाद किया। इस दौरान उन्होंने जल संरक्षण, कृषि विकास और केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों तक पहुंचाई।
चौहान ने युवाओं से संवाद करते हुए सेना के पराक्रम की सराहना की और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख किया। उन्होंने स्ट्रीट वेंडर और पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों से भी मुलाकात की। चांदा ग्रहण जोड़ में प्रधानमंत्री आवास योजना, जल संरक्षण और वॉटर हार्वेस्टिंग पर हितग्राहियों से चर्चा की गई, जबकि भैरूंदा में महिला सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं की जानकारी साझा की गई।
पदयात्रा के दौरान उन्होंने आदिवासी नृत्य में भी भाग लिया और जल जीवन मिशन की कलश यात्रा में शामिल होकर मंच से जल संरक्षण का संकल्प दिलवाया। उन्होंने कहा, “जल है तो जीवन है। हम संकल्प लें कि पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करेंगे और अपने परिवार, मित्रों और पड़ोसियों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।”
चौहान ने ग्रामवासियों से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक अर्थव्यवस्था में उन्नति का ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था 11वें स्थान पर थी, जो अब चौथे स्थान पर पहुंच गई है। “अगला लक्ष्य तीसरे और फिर पहले स्थान पर पहुंचना है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने बताया कि 29 मई से ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ देशभर में शुरू हो रहा है। इस अभियान के तहत 2,170 वैज्ञानिक किसानों के खेतों में पहुंचेंगे और स्थानीय जलवायु, मिट्टी, बीज, उर्वरक और कीट प्रबंधन पर सलाह देंगे। इसके साथ ही किसान भी अपनी समस्याएं साझा कर सकेंगे।

चौहान ने कहा कि “विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब हर व्यक्ति—चाहे वह किसान हो, कर्मचारी, अधिकारी या जनप्रतिनिधि—अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाए।” उन्होंने ग्रामीणों से गांवों को स्वच्छ, स्वावलंबी और योजनाओं से जुड़ा रखने का आग्रह किया।