ब्रसेल्स : रूस के साथ तनाव बढ़ने के बीच यूरोपीय संघ (ईयू) के नेताओं ने बुधवार को यूक्रेन और चार अन्य पूर्व सोवियत गणराज्यों के अपने समकक्षों से मुलाकात की और राजनीतिक, व्यापार, ऊर्जा और सांस्कृतिक संबंधों को गहरा करने का संकल्प लिया।
यूरोपीय संघ के ‘ईस्टर्न पार्टनरशिप’ में आर्मेनिया, अजरबैजान, बेलारूस, जॉर्जिया, मोल्दोवा और यूक्रेन शामिल हैं। बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको इस मंच का बहिष्कार कर रहे हैं क्योंकि पिछले साल उनके पुन: निर्वाचन में कथित धोखाधड़ी को लेकर सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की खबरों के बाद यूरोपीय संघ ने प्रतिबंध लगाए थे।
बेलारूस का झंडा शिखर सम्मेलन की मेज पर उस जगह लगा है, जहां लुकाशेंको बैठने वाले थे। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा, ‘‘कमरे में एक कुर्सी खाली है और मुझे उम्मीद है कि यह कुर्सी जल्द ही एक वैध, लोकतांत्रिक रूप से चुने गए बेलारूसी नेता से भर जाएगी।’’
‘ईस्टर्न पार्टनरशिप’ की स्थापना 2008 में रूस द्वारा जॉर्जिया में सैनिकों को भेजे जाने के बाद की गई थी,इस कदम से पूरी दुनिया हैरान रह गई थी। साझेदारी का उद्देश्य छह देशों के बीच संबंधों को सुधारना और गहरा करना है, इनमें से अधिकांश रूस के साथ सीमा साझा करते हैं और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण ऊर्जा के गढ़ हैं।
शिखर सम्मेलन की अंतिम घोषणा के अनुसार, बैठक का उद्देश्य ‘‘समान मूलभूत मूल्यों पर आधारित रणनीतिक, महत्वाकांक्षी और दूरंदर्शी’’ साझेदारी के लिए ‘‘मजबूत प्रतिबद्धता’’ की पुष्टि करना है।ब्रसेल्स में पांच घंटे की बातचीत के बाद जारी किए गए घोषणा पत्र में भाग लेने वाले 32 देशों ने कहा कि वे ‘‘समाज में लोकतंत्र और कानून के शासन को और मजबूत करने के अपने संयुक्त दृढ़ संकल्प से बंधे हैं।’’