दतिया। ग्राम दोहर के पास जसवंतपुर नहर में गुरुवार सुबह 10 बजे युवक छोटू पुत्र भगवानदास कुशवाह की पैर फिसलने से तेज बहाव में बह जाने के बाद करीब 24 घंटे बाद भी उसका कोई पता न लगने से आक्रोशित स्वजनों ने इंदरगढ़-सेवढ़ा रोड पर चक्का जाम कर दिया। स्वजन एवं ग्रामीणों का आरोप लगा रहे थे कि घटना के 24 घंटे बाद भी नहर का पानी बंद नहीं किया गया और ना ही पुलिस व प्रशासन युवक की तलाश में गंभीरता दिखा रहा है।
आक्रोशित ग्रामीणों के जाम लगाने की सूचना मिलने पर तहसीलदार व थाना प्रभारी सहित जनप्रतिनिधि पहलवान कुशवाह एवं अन्य लोग मौके पर पहुंचे। तहसीलदार ने तत्काल नहर बंद कराने के लिए कलेक्टर को अवगत कराया। तहसीलदार ने नाराज स्वजनों को आश्वासन दिया कि जल्दी ही युवक को खोज लिया जाएगा तब जाकर स्वजन एवं ग्रामीण मानें और दो घंटे बाद दोपहर 12 बजे जाम खोला गया। संभागीय एनआईडी के कमलनाथ धुर्वे भी मौके पर मौजूद रहे। 10 गोताखोरों की टीम लगातार सर्चिंग कर रही है। नहर का पानी भी कम हो चुका है। देर शाम तक युवक की तलाश जारी थी।
2 घंटे जाम तक जाम में फंसे रहे यात्री
ग्रामीणों द्वारा लगाए गए जाम से दतिया-सेवढ़ा मार्ग पर 2 घंटे जाम में बसें और अन्य वाहन फंस गए। जिसके चलते यात्री काफी परेशानी में नजर आए। जाम के दौरान करीब 1 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जाम में फंसे दबोह निवासी रामबरन सिंह बघेल का कहना था कि उन्हें जरुरी काम से 11 बजे तक दबोह पहुंचना था, लेकिन 2 घंटे जाम में फंसे रहने से वह समय पर नहीं पहुंच सकेंगे। वहीं वकील मुद्गल का कहना था कोर्ट में पेशी पर पहुंचना था लेकिन समय पर कोर्ट नहीं पहुंचने से पेशी रद्द हो जाएगी, क्लाइंट परेशान होंगे।
एक महीने में इंदरगढ़ में लगा 3 बार जाम
इंदरगढ़ थाना क्षेत्र में 1 महीने में 3 बार चक्का जाम हो चुका है। जबकि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार कोई व्यक्ति चक्का जाम नहीं कर सकता। 3 बार लगे चक्का जाम में पहला जाम नगर में तीन गायों की मौत को लेकर गौरक्षा सदस्यों ने लगाया था। दूसरा जाम दुर्घटना में अवधेश तिवारी नामक युवक की दुर्घटना में मौत होने के बाद स्वजनों द्वारा थाने के सामने 4 घंटे तक चक्का जाम किया गया था। तीसरा जाम ग्राम दोहर के पास लगाया गया। जाम की घटनाएं क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।