London News : लंदन । इंटरनेट मीडिया कंपनी फेसबुक ने तालिबान और उसकी समर्थक सामग्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक ने कहा है कि तालिबान को वह आतंकी संगठन मानती है। फेसबुक ने कहा है कि उसके पास अफगानिस्तान विशेषज्ञों की एक प्रतिबद्ध टीम है, जो विद्रोही समूह से जुड़ी सामग्री की निगरानी करती है और उसे हटा देती है।
कई वर्षों से तालिबान अपने संदेशों का प्रचार-प्रसार करने के लिए इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल करता रहा है। फेसबुक के एक प्रवक्ता ने बताया, अमेरिकी कानून के तहत तालिबान एक प्रतिबंधित संगठन है।
अपनी खतरनाक संगठन नीति के अनुसार हमने भी अपनी सेवाओं से उसे प्रतिबंधित कर दिया है। इसका मतलब है कि तालिबान या उसकी ओर से किसी अन्य द्वारा चलाए जा रहे अकाउंट को हम हटा देते हैं।
इसकी प्रशंसा, समर्थन और प्रतिनिधित्व को भी हम रोक देते हैं। इंटरनेट मीडिया की दिग्गज कंपनी ने कहा कि वह राष्ट्रीय सरकारों की मान्यता के बारे में निर्णय नहीं लेती है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के अधिकार का पालन करती है।
तालिबान के अकाउंट पर यूट्यूब भी कार्रवाई कर रही है। यूट्यूब ने मंगलवार को कहा कि वह तालिबान के स्वामित्व और संचालित माने जाने वाले अकाउंट पर प्रतिबंध लगा रही है, क्योंकि अमेरिकी इंटरनेट मीडिया कंपनियों से तालिबान को लेकर अपनी नीति सार्वजनिक करने की मांग की जा रही है।
अमेरिकी सैनिकों के हटने के बाद तालिबान ने राजधानी काबुल समेत अफगानिस्तान के ज्यादातर हिस्सों पर नियंत्रण कर लिया है। इस बीच, फाइनेंशियल टाइम्स ने बताया कि वाट्सएप ने भी तालिबान द्वारा स्थापित शिकायत हेल्पलाइन बंद कर दी है।