मुंबई : महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कोरोना काल में महाविकास आघाड़ी सरकार की नाकामियां गिनाई हैं। साथ ही प्रदेश की शिवसेनानीत सरकार को आईना भी दिखाया है। फड़नवीस ने यह पत्र सुप्रीम कोर्ट द्वारा मुंबई मॉडल की तारीफ करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महाराष्ट्र की प्रशंसा करने के चंद दिनों बाद लिखा है। कांग्रेस महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार का हिस्सा है। सोनिया गांधी ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था। इसी पत्र का संदर्भ लेते हुए फड़नवीस ने पत्र में लिखा है कि अगर हम 13 मई, 2021 की बात करें तो देश के कुल कोरोना संक्रमण में 22 फीसद संक्रमण महाराष्ट्र का ही है (जो कई महीनों तक 30 फीसद से भी अधिक रहा है)।
देश की कुल मौतों में भी महाराष्ट्र का आंकड़ा 31 फीसद पर आज भी बना हुआ है। सक्रिय मरीजों की बात करें तो 14 फीसद अकेले महाराष्ट्र के हैं। फड़नवीस कहते हैं कि उक्त परिस्थितियों को देखते हुए आप भी सहमत होंगी कि यदि महाराष्ट्र की स्थिति में जल्द सुधार होता है, तो देश के संसाधनों पर दबाव कम होगा। उन्होंने अपने पत्र में महाराष्ट्र सरकार पर कोरोना से हो रही मौतों के आंकड़ों में हेरफेर का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुंबई में प्रतिवर्ष होने वाली सामान्य मौतों की संख्या औसतन 88,000 के आसपास है। हालांकि 2020 में इसमें 20,719 की वृद्धि हुई। इनमें कोरोना के कारण बताई गई मौतें 11,116 रहीं। इस प्रकार सिर्फ 2020 में ही 9,603 मौतें छुपाई गईं। यही क्रम इस वर्ष भी जारी है।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के नेता अक्सर केंद्र पर पर्याप्त मदद नहीं करने का आरोप लगाते रहते हैं, लेकिन देश भर में जो भी राहत और सहायता उपलब्ध कराई गई, उनमें महाराष्ट्र सबसे ऊपर है। हालांकि इसके बावजूद लोगों को रेमडेसिविर एवंआक्सीजन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र की प्रदेश सरकार में आपकी पार्टी भी शामिल है। केंद्र की सरकार पर टिप्पणी करते समय, जहां आपकी सरकारें हैं, वहां क्या चल रहा है, उस पर भी ध्यान देना आपका दायित्व बनता है।
राजनीति छोड़ रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएं फडणवीस के अनुसार भारतीय वैक्सीन को सिरे से नकारनेवाली कांग्रेस पार्टी और आपके मुख्यमंत्रीगण अब वैक्सीन पर राजनीति कर रहे हैं। जबकि भारत सरकार ने वैक्सीन निर्माण में अभूतपूर्व पहल की है। हालांकि अब भारतीय वैक्सीन पर स्वयं आपका एवं आपकी पार्टी का विश्वास बढ़ रहा है। अपेक्षा है कि इस संकट की घड़ी में आपकी पार्टी राजनीति छोड़कर रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी।