Datia news : दतिया। भांडेर क्षेत्र के ग्राम रामनेर में करीब दो सौ बीघा गेंहूं की फसल में आग लग जाने से एक दर्जन किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है। इस आग पर काबू पाने के लिए किसान ट्यूबबैल तक नहीं चला सकें। क्योंकि पिछले पांच दिनों से गांव की बिजली बंद पड़ी थी।
जब किसानों ने लाइट चालू कराने के लिए जेई को फोन किया तो उन्होंने रिसीव तक नहीं किया। जिसका परिणाम यह हुआ कि आग बुझाने के अन्य साधनों की तलाश में देर हो गई और सारी फसल जलकर राख बन गई। वहीं फायर बिग्रेड भी मौके पर देर से पहुंची।
आग इतनी भीषण थी कि चारों तरफ धुंए के गुबार उठ रहे थे। जिसे बुझाने के लिए किसानों ने प्रयास शुरू किए। इस बीच फायर बिग्रेड को भी फोन लगाकर सूचना दी गई। जो मौके पर करीब तीन घंटे देरी से पहुंची। फायर बिग्रेड आती न देख ग्रामीणों ने बिजली सप्लाई चालू कराने के लिए बिजली कंपनी के जेई अमित बाथम को भी फोन लगाए, ताकि ट्यूबबैल चलाकर आग बुझाई जा सके। लेकिन जेई ने ग्रामीणों का फोन तक नहीं उठाया। थक हारकर किसानों ने किसी तरह खुद प्रयास किए और आग पर काबू पाया।
इसके बाद बिजली कंपनी के जेई की लापरवाही से नाराज किसानों ने शाम चार बजे विरोध प्रदर्शन करते हुए रामनेर हाइवे घेर लिया और जाम लगा दिया। इस दौरान किसानों ने जेई के खिलाफ खूब नारेबाजी भी की।
जाम करीब दो घंटे तक लगा रहा। जिसकी सूचना मिलने पर मौके पर विधायक प्रतिनिधि संतराम सरोनिया, एसडीएम इकबाल मोहम्मद, एसडीओपीकर्णिक श्रीवास्तव एवं थाना प्रभारी पंडोखर अजय अंबेपहुंचे।
किसान जेई को हटाने और नियमानुसार सर्वे कराकर मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे थे। जिस पर विधायक प्रतिनिधि ने किसानों को हुए नुकसान का जल्दी सर्वे कर मुआवजा दिलाए जाने का आश्वासन दिया। इसके बाद किसान मानें।
पचाेखरा में भी जली दस बीघा फसल : वहीं मंगलवार को इंदरगढ़ क्षेत्र के ग्राम पचोखरा में हार्वेस्टर से फसल की कटाई के दौरान निकली चिंगारी से गेहूं की खड़ी फसल जल गई। इस घटना में करीब दस बीघा फसल जलकर राख हो गई। घटना देख आसपास के ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड व इंदरगढ़ पुलिस को सूचना दी।
इस हादसे में किसान प्रकाश जाटव और सांतोष साहू की फसल जलकर नष्ट हुई है। पीड़ित किसानों ने बताया कि फसल काटने के दौरान हार्वेस्टर से निकली चिंगारी गेहूं की खड़ी फसल पर गिरने से फसल में आग लग गई।