पटना : भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के निर्देशानुसार, बिहार विधानसभा आम चुनाव 2025 के दूसरे चरण की तैयारी के तहत सभी 20 जिलों में ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का पहला रैंडमाइजेशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। यह प्रक्रिया 13 अक्टूबर, 2025 को संपन्न हुई प्रथम स्तरीय जांच (FLC) के बाद की गई।
राजनीतिक दलों की मौजूदगी में पारदर्शी प्रक्रिया : रैंडमाइजेशन का कार्य जिला निर्वाचन अधिकारियों (DEO) द्वारा ईवीएम प्रबंधन प्रणाली (EMS) के माध्यम से किया गया, जिसमें राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए संपूर्ण प्रक्रिया वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ सम्पन्न की गई।
मशीनों का विधानसभा क्षेत्रों में आवंटन : प्रथम रैंडमाइजेशन के तहत कुल 53,806 बैलेट यूनिट (BU), 53,806 कंट्रोल यूनिट (CU) और 57,746 वीवीपैट मशीनों को 45,388 मतदान केंद्रों वाले 122 विधानसभा क्षेत्रों में यादृच्छिक रूप से आवंटित किया गया। प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र की मशीनों की सूची संबंधित जिला मुख्यालयों पर उपलब्ध कराई गई और राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई।
सुरक्षित स्ट्रांग रूम में संग्रहण : रैंडमाइजेशन पूर्ण होने के बाद सभी मशीनों को संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखा जाएगा। इसमें भी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाएगी।
चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी होने के बाद, इन ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की सूची सभी प्रत्याशियों के साथ साझा की जाएगी। निर्वाचन आयोग का कहना है कि इस प्रक्रिया से पारदर्शिता और मतदाताओं के विश्वास दोनों को मजबूती मिलेगी।