ब्रह्मपुर (ओडिशा) : गंजाम जिले के बाल सुधार गृह से छह किशोर सोमवार तड़के खिड़की का ग्रिल तोड़कर और दीवार फांदकर फरार हो गए।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सामान्य तौर पर कानून की नजर में गलतियां करने वाले नाबालिगों (किशारों) को पहले जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड (किशोर अदालत) में पेश किया जाता है और वहां से सरकारी बाल सुधारगृह भेज दिया जाता है।
बैद्यनाथपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि हमने बाल सुधार गृह के अधीक्षक की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मुर्मु ने बताया कि शुरूआती सूचना के अनुसार ब्रह्मपुर किशोर अदालत के तहत काम करने वाले गंजाम जिले के बाल सुधार गृह से छह किशोर सोमवार तड़के दो से तीन बजे के बीच फरार हो गए।
उन्होंने कहा कि बाल सुधार गृह से भागने के बाद बच्चों ने शायद रेलवे ट्रैक का रास्ता चुना होगा। पुलिस ने उन किशोरों की तलाश शुरू कर दी है।
सुधार गृह के प्रभारी अधीक्षक पीआर राव ने बताया कि फरार हुए किशोरों की उम्र 17 से 18 साल के बीच है, उनमें से दो गंजाम जिले, दो कोरापुट और एक-एक गजपति तथा पुरी जिलों के रहने वाले हैं।
उन्होंने बताया कि फरार किशोरों में से एक कथित रूप से हत्या के मामले में संलिप्त था जबकि अन्य चोरी के मामलों में। राव ने बताया कि इन सभी को एक साल से भी कम समय पहले सुधार गृह में लाया गया था। घटना के वक्त बाल सुधारगृह में 116 किशोर थे।