दतिया। इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम रमदेवा में शुक्रवार को खेतों की नरवाई में लगी आग गांव तक जा पहुंची। जिसकी चपेट में आने से 5 कच्चे मकान जलकर नष्ट हो गए। गनीमत यह रही कि आग लगते ही लोग अपने घरों से बाहर की ओर भाग खड़े हुए, नहीं तो बड़ा हादसा हो जाता। कच्चे मकानों में आग लगने से घर-गृहस्थी के सामान सहित फसल बेचकर रखी नगदी भी जलकर स्वाहा हो गई।
इस आगजनी में भारी नुकसान का अनुमान है। इस दौरान आग बुझाते समय एक युवक और एक महिला झुलस गए। वहीं एक कच्चे मकान के अंदर बंधी 2 भैंस आग से झुलसकर घायल हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि अगर फायर बिग्रेड समय पर मौके पर पहुंच जाती तो इतना नुकसान नहीं होता। वहीं आगजनी की घटना की सूचना के बाद भी कोई प्रशासन अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।
जानकारी के अनुसार किसी किसान ने अपनी फसल कटने के बाद नरवाई में आग लगा दी थी, जो हवा के साथ फैलती हुई रमदेवा गांव की बस्ती तक जा पहुंची। आग से गांव के कच्चे मकानोें के आसपास रखे कंडों और लकड़ियां सुलग उठे और देखते ही देखते आग का तांडव शुरू हो गया। जिससे वहां बने कच्चे मकान भी आग की चपेट में आ गए। इस आगजनी में पातीराम वंशकार और हरिसिंह सिंह पाल का मकान जलकर पूरी तरह नष्ट हो गए।
पातीराम अभी हाल ही में अपनी उपज बेचकर आया था। जिसकी नगदी भी उसके घर में रखी थी। जो सामान के साथ जलकर राख हो गई। वहीं राजेंद्र प्रसाद शर्मा, नवल किशोर राजोरिया, रवि गुर्जर, अमर सिंह पाल, मुलायम आदि किसानों के कच्चे घर भी जल गए। जिनमें रखा कूलर, पंखा, बर्तन, अनाज सहित अन्य सामान स्वाहा हो गया। इस आगजनी में भारी नुकसान का अनुमान है।
एक घंटे से देर आई फायर बिग्रेड
आगजनी का शिकार हुए ग्रामीणों ने बताया कि आग लगते ही फायर बिग्रेड को सूचना दे दी गई थी। उसके बाद भी करीब एक घंटे देरी से फायर बिग्रेड गांव पहुंची। तब तक कच्चे मकान जलकर नष्ट हो चुके थे। फायर बिग्रेड के देरी से आने के कारण ग्रामीणों ने खुद ही आग बुझाने का प्रयास किया। जिसमें एक युवक और महिला झुलस गई।