Datia news : दतिया। सेवढ़ा के सिंध नदी के सनकुंआ घाट पर रविवार को मामूलिया विसर्जन के दौरान एक दिल दहला देने वाली घटना घटित हुई। यहां नदी में नहाने के दौरान छह बच्चे अचानक गहरे पानी में फंस गए। अफरा-तफरी के बीच घाट पर मौजूद स्थानीय लोगों ने बिना किसी सुरक्षा उपकरण के नदी में कूदकर पांच बच्चों की जान बचा ली।
हालांकि नौ वर्षीय सिमरन उर्फ सिम्मो, गहरे पानी में समा गई। जिसकी देर शाम तक तलाश चलती रही। हादसे के बाद राहत कार्य में देरी ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया। जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला।
घटना उस समय घटी जब वार्ड क्रमांक 11 के निवासी खटीक समाज के बच्चे मामूलिया विसर्जन करने के लिए सिंध नदी घाट पर पहुंचे थे। नहाने के दौरान वह तेज बहाव में फंस गए।
बच्चों की चीखें सुनकर घाट पर वहां अमावस्या के दिन तर्पण स्नान कर रहे लोग दौड़े। उन्होंने नदी में छलांग लगाकर हाथों से पकड़कर पांच बच्चों को सुरक्षित किनारे पर पहुंचाया।
लेकिन जब तक गोताखोर और पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक काफी समय बीत चुका था। एक स्थानीय व्यक्ति कैलाश बाथम ने बताया कि वहां स्टीमर में डीजल नहीं था और लाइफ जैकेट्स भी उपलब्ध नहीं थे। सिर्फ रस्सियां और हाथों से ही बच्चों को बाहर निकाला जा सका।
इस दुर्घटना में प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई। न तो घटना के समय गोताखोर मौके पर थे, ना ही स्टीमर चालू था। स्थानीय लोग काफी देर तक राहत कार्य में असमर्थ रहे। जिसके कारण हंगामा और विरोध प्रदर्शन भी हुआ।
चीख पुकार सुन दौड़े लोग : इस घटना में वार्ड क्रमांक 11 निवासी सिमरन, करिश्मा, कंचन, नंदू, संस्कार और हर्ष (12) मामूलिया विसर्जन करने नदी में उतरे थे।
सनकुआं में नहाने के दौरान सिमरन, करिश्मा आदि बहने लगी। उनकी चीखें सुनकर गोताखोर जयदयाल, प्रहलाद, कैलाश, चंदू, गब्बू, चिंटा और अन्य युवकों ने छलांग लगाई और पांच बच्चों को बाहर निकाला। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार छह बच्चे डूब रहे थे।
करिश्मा सहित पांच को पकड़ लिया गया, पर सिमरन गहराई में समा गई। अगर स्टीमर या जैकेट होती तो उसे भी बचाया जा सकता था।
इधर दोपहर में गिरे बाइक सवार : इस घटना के कुछ देर बाद ही रविवार दोपहर करीब तीन बजे लहार से ग्वालियर जा रहे अरुण कुमार श्रीवास्तव और संतोष श्रीवास्तव की बाइक सनकुआं धाम के छोटे पुल से अचानक संतुलन बिगड़ने पर नदी में गिर गई।
गनीमत रही कि दोनों की जान बच गई। थाना प्रभारी और बाढ़ आपदा प्रबंधन ने मौके पर मौजूद पंकज छोटू बाथम, बेदू बाथम, जयदयाल बाथम और मुकिम खान ने बहादुरी दिखाते हुए दोनों को सुरक्षित निकाल लिया। प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।


