चार दिन से हड़ताल पर बैठे सहकारिता कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर गृहमंत्री को सौंपा ज्ञापन

दतिया । नियमितीकरण की मांग को लेकर सहकारिता कर्मचारी कलमबंद हड़ताल के दौरान शनिवार को चौथे दिन गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा से मिले और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम अपनी मांगों से संबंधी ज्ञापन सौंपा। हड़ताल के चौथे दिन भी सहकारिता कर्मचारियों ने धरना व कलमबंद आंदोलन जारी रहा। क़लमबंद अनिश्चितकालीन समय के लिए की जा रही है।

स्थानीय सीतासागर गांगोटिया मंदिर पर सहकारिता समितियों के कर्मचारी क़लमबंद अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं। दतिया जिले की समस्त सहकारिता समितियों में कार्यरत कर्मचारी ने मांगों को लेकर शासकीय उचित मूल्य की दुकानें सभी सहकारी संस्था पूर्ण रुप से बंद रही। कलम बंद आंदोलन के कारण गेहूं खरीदी केंद्रों पर पंजीयन बंद है। गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा को ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से प्रदेश महासचिव रामकुमार दांगी ने कहाकि इससे जिले के ग्रामीणों को परेशानी आ रही है, इसका हमें खेद है।

उन्होंने नियमितीकरण सहित अन्य मांगों भी गृहमंत्री कोे विस्तार से बताई। रामकुमार दांगी ने कहाकि सहकारिता समिति के कर्मचारियों का नियमितीकरण, पीडीएस कटौती, वेतन भत्ता, संस्थाओं के पिछले वर्ष का पीडीएफ भुगतान किया जाए तथा जिले में समिति कर्मचारियों पर एफआईआर की गई उसे वापस ली जाए। इन्हीं विभिन्न मांगों को लेकर सहकारिता समितियों के कर्मचारी अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे है। इस दौरान गोविंद मार्केटिंग समिति उपभोक्ता भंडार सहित समस्त समिति कर्मचारी मौजूद रहे। सहकारिता समिति जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा, धर्मेंद्र सिंह बुंदेला, राहुल, हरकिशोर शर्मा, किशनलाल पाल, नारायण सिंह रावत, प्रभाकर तिवारी, हरी गुप्ता सहित सहकारी समितियों के सदस्य मौजूद रहे।

जिले में सहकारी समितियों की संख्या 82 के लगभग है जिनके माध्यम से पीडीएस की दुकानें संचालित की जाती है, जो बंद पड़ी है। गेहूं खरीदी पंजीयन भी बंद हैं। वर्तमान में सहकारी समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल से जिले की 196 दुकानें बंद है, हड़ताल से अब राशन वितरण की व्यवस्था ठप पड़ गई है और इसी तरह कुल 39 केंद्रों पर किसानों के गेहूं खरीदी का पंजीयन भी नहीं हो पा रहा है।

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