Datia News : दतिया। गणेश प्रतिमा को विसर्जित करने के लिए गांव में बच्चों की टोली निकली थी। बच्चे उत्साह में जयघोष करते हुए गांव से कुछ दूरी पर बने सिद्धबाबा के मंदिर पहुंचे। जहां प्रतिमा विसर्जित करने के के दौरान कुछ बच्चे पानी भरे कुंडनुमा गहरे गड्ढे में डूबने लगे तो उन्हें बचाने के लिए साथ आए अन्य बच्चों ने प्रयास किया। लेकिन यह कोशिश जानलेवा साबित हुुई और चार नाबालिग पानी डूबकर अपनी जान गंवा बैठे। यह दर्दनाक हादसा मंगलवार शाम सिविल लाइन थाना क्षेत्र के ग्राम निरावल में घटित हुआ।
हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया। चीख पुकार के बीच उन बच्चों के स्वजन मौके पर पहुंचे, जिनके बच्चे इस हादसे में जान गंवा चुके थे। घटना के बारे में तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस मृत और अन्य गंभीर हालत में मिले बच्चों को लेकर जिला अस्पताल पहुंची।
जिसमें से दो की हालत बिगड़ते देख उन्हें तत्काल ग्वालियर रेफर कर दिया गया। जबकि एक नाबालिग बच्ची काे दतिया जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पंचायत ने कुछ दिन पहले ही गड्ढे को कराया था गहरा : बताया जाता है कि गांव के मंदिर के पास बने इस गड्ढे में बारिश का पानी जमा करने के उद्देश्य से पंचायत ने कुछ दिन पहले ही और गहरा कराया था। जिसके चलते करीब दस फिट गड्ढा गहरा हो गया था। जिसमें गांव की मूर्ति विसर्जित भी की जाती थी। इसीके चलते मंगलवार शाम भी बच्चों की टोली घर में विराजमान कराए गए गणेश जी की प्रतिमा को लेकर वहां विसर्जन करने गई थी। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक विसर्जन के दौरान करीब सात बच्चे पानी में डूबने लगे। जिनमें से चार की डूब जाने से जान चली गई जबकि तीन को मंदिर में उस समय पूजा कर रहे प्रेमनारायण कुशवाह नाम के ग्रामीण ने किसी तरह बचा लिया।
एक बहन की जान गई तो दूसरी अस्पताल में : गणेश विसर्जन के दौरान एक ही परिवार की दो बहनें भी गई थी। जिनमें से एक की जान चली गई जबकि दूसरी अभी अस्पताल में भर्ती है। मृत बच्चों के नाम अंश पाल पुत्र ब्रजमोहन, प्रतिज्ञा पाल पुत्री जाहर सिंह, कृष्णा पाल पुत्री रामहजूर पाल, आस्था पुत्री श्रीराम शामिल हैं। जबकि जिन बच्चों को डूबने से बचाया गया उनमें सपना पुत्री जाहर सिंह, ध्रुव और आशिक पाल शामिल हैं। जिनमें से ध्रुव और आशिक को ग्वालियर रेफर कर दिया गया है। जबकि सपना का उपचार दतिया जिला चिकित्सालय में जारी है। उसकी बहन प्रतिज्ञा की इस हादसे में जान चली गई।
जिला अस्पताल पहुंचे कलेक्टर एसपी : घटना के संबंध में एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि मंगलवार शाम गांव के बच्चे घर में विराजमान गणेश मूर्ति को विसर्जित करने के लिए सिद्धबाबा मंदिर के पास बने पानी भरे गहरे गड्ढे पर ले गए। जहां विसर्जन के दौरान कुछ बच्चों ने गड्ढे में उतरने का प्रयास किया। इस दौरान उनमें से तीन नाबालिग बच्चियां और एक बच्चा पानी में डूब गए और उनकी मौत हो गई। जबकि तीन को बचा लिया गया। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और होमगार्ड की टीम रवाना की गई। जिला अस्पताल में भर्ती बच्चों का हाल जानने कलेक्टर संदीप माकिन और एसपी प्रदीप शर्मा तत्काल पहुंचे। कलेक्टर ने सभी मृत बच्चों के स्वजन को चार-चार लाख की मदद दिए जाने की बात कही है।
गांव पहुंची रेस्क्यू टीम : घटना की सूचना के बाद पुलिस बल के साथ एसपी प्रदीप शर्मा ने होमगार्ड के गोताखोरों की टीम बनाकर मौके पर रवाना की। रेस्क्यू टीम ने वहां बने गड्ढे में काफी देर तक सर्चिंग की। लेकिन वहां कोई अन्य हताहत नहीं मिला। इस दौरान गांव के लोग भी वहां जमा हो गई। इधर इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे गांव के घरों में चीख पुकार मची हुई थी। महिलाओं के रोने की आवाज से पूरा गांव गूंज रहा था। वहीं मृत बच्चों परिवार के सदस्य भी जिला अस्पताल पहुंचे। जिनका वहां रो-रोकर बुरा हाल रहा। इस घटना के बाद निरावल में मातम छा गया। वहीं बताया जाता है जिस स्थान पर हादसा हुआ वह गांव से दूर पड़ता है।