वाराणसी में 17-19 अप्रैल तक जी20 शिखर सम्मेलन की बैठक, कृषि वैज्ञानिक करेंगे चर्चा

वाराणसी : कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग (डीएआरई) द्वारा जी20 के कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों (एमएसीएस) की बैठक 17-19 अप्रैल 2023 के दौरान वाराणसी में आयोजित की जा रही है। जी20 के सदस्य देशों यानी ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, कोरिया गणराज्य, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ,आमंत्रित अतिथि देशों बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन यूएई, वियतनाम और संयुक्त राष्ट्र, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व बैंक, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व व्यापार संगठन, अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन, एफएसबी, ओईसीडी जैसे अंतराष्ट्रीय संगठनों, एयू, एयूडीए-एनईपीएडी, आसियान जैसे क्षेत्रीय संगठनों के अध्यक्ष और भारत द्वारा विशेष रूप से आमंत्रित यानी अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन, सीडीआर और एशियाई विकास बैंक के लगभग 80 विदेशी प्रतिनिधि इस तीन -दिवसीय बैठक में भाग लेंगे।

इस बैठक में कृषि मंत्रालय और विदेश मंत्रालय सहित अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी भाग ले रहे हैं। इसमें खाद्य सुरक्षा एवं पोषण, जलवायु अनुकूल कृषि, डिजिटल कृषि, सार्वजनिक-निजी भागीदारीआदि सहित कृषि अनुसंधान और विकास से जुड़े विभिन्न विषयों परविचार विमर्श किया जाएगा। भारत की अध्यक्षता के तहतजी20 के पहल के रूप में मिलेट्स एंड अदरएंशिएंट ग्रेंस इंटरनेशनल रिसर्च इनिशिएटिव (महर्षि)पर भी चर्चा होगी। महर्षि का उद्देश्य  अंतरराष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023 के दौरान और उसके बादपोषक अनाजोंव अन्य प्राचीन अनाजों के बारे में जागरूकता पैदा करना और अनुसंधान संबंधी सहयोग को आगे बढ़ाना है।

सरकार ने वाराणसी आने वाले विदेशी प्रतिनिधियों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विरासत के अनूठे अनुभव से परिचित कराने की व्यवस्था की है। हवाई अड्डे पर  पारंपरिक स्वागत का इंतजाम किया गया है। जिला प्रशासन ने प्रतिनिधियों के शहर में आवागमन को सुविधाजनक बनाने हेतु व्यापक व्यवस्था की है। बैठक स्थल और उनके ठहरने के होटलों में भी उनकी सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।

एमएसीएस 2023 का विषय टिकाऊ कृषि एवं खाद्य व्यवस्था के माध्यम से मानव स्वास्थ्य एवं स्वस्थ धराहै। उद्घाटन सत्र में भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी. के. सिंह शामिल होंगे। उसके बाद विभिन्न तकनीकी सत्रों में खाद्य सुरक्षा एवं पोषण, सुदृढ़ कृषि खाद्य प्रणाली, डिजिटल कृषि और टिकाऊ कृषि-खाद्य मूल्य श्रृंखला एवं कृषि अनुसंधान और विकास के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी से संबंधित विभिन्न उप-विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुतियां होंगी। इन प्रस्तुतियों के बाद प्रतिभागियों द्वारा चर्चा और हस्तक्षेप किया जाएगा। महर्षि पर एक समर्पित सत्र की योजना बनाई गई है जिसमें विशेषज्ञों द्वारा प्रस्तुतियां होंगी और जी20 के सभी सदस्य देशों, अतिथि देशों और अंतररराष्ट्रीय संगठनों द्वारा हस्तक्षेप किया जाएगा। दूसरे दिन, एमएसीएस की विज्ञप्ति पर चर्चा भोजनावकाश के बाद शुरू होगी और तीसरे दिन इस चर्चा का समापन होगा।

जी20 की भारत की अध्यक्षता का विषय ‘एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य’ है, जो दुनिया के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करने हेतु हमारे बीच एकजुटता और सद्भाव की भावना का उत्सव मनाता है।

प्रतिनिधियों को 17 अप्रैल 2023 को गंगा आरती का शानदार दृश्य दिखाने के लिए एक क्रूज भ्रमण पर ले जाया जाएगा। इसके बाद, उनके सम्मान में ताज गंगेज में एक स्वागत रात्रिभोज और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जी20 प्रतिनिधियों के सम्मान में आयोजित इसस्वागत रात्रिभोज में जनरल वी. के. सिंह (सेवानिवृत्त) शामिल होंगे।

प्रतिनिधियों को 18 अप्रैल 2023 को सारनाथ ले जाया जाएगा। उन्हें एएसआई संग्रहालय और बुद्ध स्तूप का दौरा कराया जाएगा और लाइट एंड साउंड शो भी दिखाया जाएगा। इसके बाद, बुद्ध थीम पार्क के शांत वातावरण में प्रतिनिधियों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम और गाला डिनर का आयोजन किया जाएगा।

प्रतिनिधियों को 19 अप्रैल 2023 को ट्रेड फेसिलिटेशन सेंटर का दौरा कराया जाएगाजहां वे स्थानीय कारीगरों के उत्पादों को बनाने के तरीकों के साथ-साथ इस शहर के वस्त्र इतिहास की झलक भी देखेंगे। टीएफसी में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और राज्य कृषि विभाग के प्रमुख संस्थानों की एक छोटी प्रदर्शनी आयोजित की जाती है। प्रतिनिधियों को कार्यक्रम स्थल पर पोषक अनाजों से तैयार व्यंजन परोसे जाएंगे। इसके बाद होटल ताज गंगेज में विदाईरात्रिभोज और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। प्रतिनिधिगण 20 अप्रैल, 2023 को अपने देश के लिए प्रस्थान करेंगे।

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