चित्रकूट जेल के अंदर गैंगवॉर, मुख्तार के करीबी समेत दो गैंगस्टर की हत्या, तीसरा पुलिस कार्रवाई में मारा गया

लखनऊ : चित्रकूट की जिला जेल में शुक्रवार सुबह गैंगवार में कैराना पलायन के मुख्य आरोपित मुकीम काला और पूर्वांचल के माफिया विधायक मुख्तार के रिश्ते के भांजे और गैंग सदस्य मेराज अली की शार्प शूटर अंशु दीक्षित ने हत्या कर दी। हत्यारे अंशु को भी पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर दिया गया। करीब दो घंटे गैंगवार व मुठभेड़ के दौरान जेल में 50 राउंड गोलियां चलीं।

पहले बंदियों के साथ जेल के सुरक्षा कर्मी भी बैरकों में दुबके रहे। पुलिस पहुंचने पर बल मिला तो पोजीशन लेकर मोर्चा संभाल जवाबी फायरिंग की। देर शाम को घटना में लापरवाही सामने आने पर चित्रकूट जेल के अधीक्षक एसपी त्रिपाठी व जेलर महेंद्र पाल समेत पांच कर्मियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया। निलंबित किए गए कर्मियों में जेल के हेड वार्डर के अलावा सुरक्षा-व्यवस्था में तैनात पीएसी का एक सिपाही भी है। डीजी जेल आनन्द कुमार ने इसकी पुष्टि की है। जिला जेल की हाई सिक्योरिटी बैरक के एक हिस्से में सीतापुर के मानपुर थानांतर्गत कुड़राबनी निवासी मुख्तार गैंग का शार्प शूटर रहा अंशु दीक्षित और दूसरे हिस्से में मूलरूप से गाजीपुर और वर्तमान में वाराणसी के जैतपुर का निवासी शातिर अपराधी मेराज अली बंद था।

जेल सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे नाश्ते के लिए दोनों के बीच हाल में कुछ बात हुई। इसके बाद अंशु ने अस्थायी बैरक में बंद कैराना पलायन के मुख्य आरोपित शामली जिले के कैराना निवासी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारे जा चुके वसीम काला के भाई मुकीम काला पर पिस्टल से ताबड़तोड़ फायर कर दिए। इसके बाद अंशु अपनी बैरक में पहुंचा, वहां पहुंचे मेराज ने विरोध किया तो उसे भी गोलियों से भून दिया। जेल में दो हत्याओं से अफरातफरी मच गई। चित्रकूटधाम परिक्षेत्र के आइजी के. सत्यनारायण, मंडलायुक्त दिनेश सिंह, डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल व एसपी अंकित मित्तल फोर्स के साथ करीब 10:15 बजे जेल पहुंचे। बैरक में पांच कैदियों को बंधक बनाए अंशु को आत्मसमर्पण के लिए कहा गया तो उसने फायर झोंके। काफी देर तक दोनों ओर से रुक-रुक कर गोलियां चलती रहीं।

करीब 11:30 बजे पुलिस ने अंशु को ढेर कर दिया। जेल सूत्रों ने बताया कि अंशु ने हत्या में मुंगेर से अवैध ढंग से पूर्वांचल के माफिया को सप्लाई की जाने वाली 9 एमएम इटैलियन पिस्टल का इस्तेमाल किया है। उधर, दोपहर बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर डीजी जेल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने जांच कर उन्हें रिपोर्ट भेजी है। शाम छह बजे तीनों के शव जेल से कर्वी लाकर पोस्टमार्टम शुरू कराया गया। अंशु को 22 और मुकीम व मेराज कोदो-दो गोलियां लगीं पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अंशु दीक्षित ने मेराज और मुकीम को पिस्टल से दो-दो गोलियां मारकर मौत के घाट उतारा। इसके बाद पुलिस मुठभेड़ में उसे 22 गोलियां लगीं। ज्यादातर गोलियां आरपार होने से पूरा शरीर छलनी हो गया। 

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