चंडीगढ़ : 1992-पंजाब बैच के आईपीएस अधिकारी गौरव यादव ने आज डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस ( पुलिस बल के प्रमुख) पंजाब के तौर पर अतिरिक्त चार्ज़ संभाल लिया है। राज्य सरकार की तरफ से जारी हुक्मों अनुसार गौरव यादव प्रशासन पंजाब के विशेष डीजीपी के तौर पर भी सेवाएं जारी रखेंगे।
पद संभालने के उपरांत नव-नियुक्त डीजीपी पंजाब ने पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारियों के साथ मीटिंग की और उनको भरोसा दिया कि वह राज्य पुलिस की बेहतरी के लिए काम करते रहेंगे।
डीजीपी ने अधिकारियों को बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों अनुसार पंजाब सरकार की मुख्य प्राथमिकता पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने के लिए नशों के विरुद्ध लड़ाई को और मज़बूत करने के साथ-साथ गैंगस्टर कल्चर को ख़त्म करना, अमन-कानून को बरकरार रखना और अपराध की पहचान करना है।
उन्होंने बुनियादी पुलिसिंग को फिर सुरजीत करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया जिसमें संवेदनशील स्थानों पर चौकसी रखना और किसी भी किस्म की आगामी अमन-कानून की स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना, अपराध के आंकड़ों की निगरानी, पुलिस थानों की जांच, पुलिस कर्मचारियों की भलाई सम्बन्धी कार्य आदि शामिल हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने सभी सीपीज़/एसएसपीज़ को भी हिदायत की कि वह अपने-अपने अधिकार क्षेत्रों में पुलिस चैकिंग प्वाइंटों में विस्तार करें और हर नाके पर अधिक से अधिक वाहनों की चैकिंग को यकीनी बनाएं, जिससे अपराधिक गतिविधियों को रोकने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी सलाह दी कि सभी नाकों को इस तरीके से संकलित किया जाना चाहिए जिससे किसी घटना की सूरत में तुरंत सक्रिय हो जाएँ। उन्होंने नशीले पदार्थों की बरामदगी को और तेज करने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने पुलिस थानों का सामर्थ्य बढ़ाने और इनको नागरिक समर्थकी बनाने के साथ-साथ आधुनिकीकरण के लिए नये पैट्रोलिंग वाहनों और हाईटेक उपकरण मुहैया करवाने पर भी ज़ोर दिया।
लोगों के सहयोग और समर्थन की माँग करते हुये डीजीपी गौरव यादव ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से राज्य में से नशे और गैंगस्टरों को ख़त्म करने और पंजाब की शांति और सदभावना को बरकरार रखने की वचनबद्धता का भरोसा दिलाया।
ज़िक्रयोग्य है कि विलक्षण सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस मैडल और शानदार सेवाओं के लिए पुलिस मैडल से सम्मानित डीजीपी गौरव यादव ने राज्य में अलग-अलग चुनौतिपूर्ण हालातों में बेमिसाल सेवाएं निभाई हैं।