गुवाहाटी : असम के जोरहाट जिले में बुधवार को स्टीमर से टक्कर के बाद यात्रियों से भरी एक नाव ब्रह्मपुत्र नदी में डूब गई। उसमें 120 से ज्यादा लोग सवार थे। 41 लोगों को बचा लिया गया है, जबकि 80 से ज्यादा लापता हैं। एनडीआरएफ व एसडीआरएफ को राहत व बचाव कार्य में लगाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जहाजरानी मंत्री सर्बानंद सोनोवाल व मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने हादसे पर गहरा दुख जताते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया है। एक निजी नाव मां कमला निमती घाट से यात्रियों व वाहनों को लेकर माजुली की तरफ रवाना हुई। कुछ ही दूरी पर वह सरकारी फेरी स्टीमर त्रिपकाई से टकरा गई।
अंतर्देशीय जल परिवहन (आइडब्ल्यूटी) विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘नाव में 120 यात्री सवार थे। इनमें से कई की त्रिपकाई में मौजूद लाइफगार्ड की मदद से जान बचाई गई।’ जोरहाट के उपायुक्त अशोक बर्मन ने बताया कि 41 लोगों को बचाया जा चुका है और बाकी की तलाश जारी है।
उन्होंने कहा, ‘हम यह कहने की स्थिति में नहीं हैं कि कितने लोग मारे गए हैं।’ पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘असम में हुए नाव हादसे से स्तब्ध हूं। यात्रियों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।’
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने असम के सीएम सरमा से फोन पर बात कर बचाव कार्यों के संबंध में जानकारी हासिल की। केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने अपने मंत्रालय को बचाव अभियान में हरसंभव मदद करने का निर्देश दिया है। उन्होंने असम के सीएम से भी बात की।
मुख्यमंत्री सरमा ने दुर्घटना पर चिंता जताते हुए माजुली व जोरहाट जिला प्रशासन को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) व एसडीआरएफ की मदद से बचाव कार्य तेज करने का निर्देश दिया। उन्होंने मंत्री बिमल बोरा को भी मौके पर भेजते हुए अपने प्रधान सचिव समीर कुमार सिन्हा को राहत व बचाव कार्य पर चौबीसों घंटे निगरानी रखने को कहा है। वह गुरुवार को निमाती घाट का दौरा करेंगे।