सराफा बाजार में दाम गिरने से सोने की चमक होने लगी फीकी, 12 हजार तक हुआ सस्ता

मुंबई । चंद महिनों पहले बाजार में आसमान छूने वाले सोने-चांदी के दाम एक बार फिर लुढकने लगे हैं। 56 हजार तक पहुंच चुके सोने के दाम करीब 12 हजार रुपये तक नीचे आ गए हैं। सोने-चांदी के दाम गिरने से शादी सीजन में गहनों की खरीदारी में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। वहीं सर्राफा बाजारों में भी महंगी धातु के लिए दुकानों पर ग्राहकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है।

सर्राफा बाजारों में सोने फीकी पड़ती चमक और कमजोर होती चांदी, अप्रैल से शुरू हो रहे शादियों के सीजन के लिए शुभ संकेत हैं। शादी वाले घरों में जिन्हें सोना-चांदी खरीदना है, उनके लिए यह सुनहरा मौका है। वहीं निवेश के लिहाज से भी यह बेहतर समय है। 24 कैरेट गोल्ड अपने ऑल टाइम हाई 56254 रुपये से करीब 12 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो चुका है और इसमें अभी भी गिरावट की संभावना है। एक्सपर्ट के मुताबिक आने वाले दिनों में यह 42,500 तक भी जा सकता है।

अब तक गोल्ड इस तरह हुआ सस्ता

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पिछले एक हफ्ते में सोने का हाजिर भाव में वैसे तो केवल 183 रुपये की कमी आई है, पर इस महीने यानी केवल मार्च में गिरावट की बात करें तो 24 कैरेट सोना 2238 रुपये सस्ता हो चुका है। पिछले 30 साल में सबसे खराब शुरुआत करने वाले गोल्ड की चमक इस साल फीकी पड़ गई है। जनवरी से लेकर अब तक गोल्ड 5870 रुपये तक सस्ता हो चुका है। अगर चांदी की बात करें तो बीते हफ्ते 713 रुपये प्रति किलोग्राम मजबूत हुई है। हालांकि चांदी पिछले साल के अपने उच्चतम रेट से अभी भी 10167 रुपये सस्ती है। अगर इस महीने की बात करें तो चांदी में यह गिरावट 2780 रुपये हो गई है। वहीं साल 2021 में अब तक हाजिर बाजार में चांदी 1542 रुपये टूट चुकी है।

डेट सोना रुपये/10 ग्राम चांदी रुपये/किलो
08 मार्च 2021 44332 65841
01 मार्च 2021 45976 68621
26 फरवरी 2021 46570 68621
31 दिसंबर 2020 50123 67383
7 अगस्त 2020 56254 76008

स्रोत: IBJA

आने वाले दिनों में भावों में आ सकती है गिरावट

बाजार के जानकारों के मुताबिक आने वाले दिनों में घरेलू बाजार में सोना 42 हजार 500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक आ सकता है। कम रेट होने की वजह से लोअर लेबल पर खरीदारी बढ़ रही है। अगर इस वजह से सोने के रेट में उछाल आया तो यह 46,500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। सोने के रेट में फरवरी महीने सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। सर्राफा बाजारों में सोने के रेट में 3000 रुपये गिरावट देखी गई, वहीं सोना अपने उच्चतम रेट से 12000 रुपये से ज्यादा सस्ता हो चुका है।

इस गिरावट की पांच बड़ी वजहें बताई जा रही हैं। पहली वजह इंपोर्ट ड्यूटी में 2.5 प्रतिशत की कटौती का सीधा असर गोल्ड और सिल्वर मार्केट पर पड़ रहा है। दूसरी वजह है डॉलर इंडेक्स। यह जब गिर रहा था तो सोने का रेट चढ़ रहा था। अब यह संभालता हुआ दिखाई दे रहा है। डॉलर इंडेक्स अब 91 पर आ गया है। इसका असर सोने के भाव पर पड़ रहा है। तीसरी वजह यूएस में बांड यील्ड का बढ़ना है। यह अब 1.4 फीसद पर पहुंच गया है। जब बांड यील्ड का बढ़ना गोल्ड के लिए नेगेटिव होता है। कोरोना वायरस को लेकर लोगों की चिंताएं अब कम हो रही हैं, इससे भी सोने के रेट में गिरावट है। चौथी बड़ी वजह है ईटीएफ में मुनाफवसूली। लोगों ने ईटीएफ में जमकर मुनाफावसूली की है। इससे सोने के दाम गिरे हैं।

इसलिए आई गिरावट

पांचवीं वजह है निवेश के लिहाज से सबसे सुरक्षित माने जाने वाले सोने के बजाय लोगों ने पैसा थोड़ा जोखिम वाली जगहों पर लगाया है, जैसे कि बिटक्वान और इक्विटी। बिटक्वाइन और इक्विटी दोनों में इधर निवेशकों का रुझान बढ़ा है। गोल्ड और सिल्वर का रेश्यो कम हुआ है। चीन, सिंगापुर, हांगकांग में सोने की मांग बढ़ी है और भाव गिरने से घरेलू मार्केट में खरीदारी बढ़ेगी। वहीं चांदी 63000 से 71000 के बीच रह सकती है।

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