लंदन: ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने चेतावनी दी है कि भारत में पहली बार पहचाने गए कोरोना वायरस का पहला वैरिएंट उन लोगों में ‘जंगल की आग’ की तरह फैल सकता है जिनको वैक्सीन नहीं लगी है। यह वैरिएंट भारत के कुछ हिस्सों में सबसे घातक और ताकतवर बनकर उभरा है। शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने बताया कि यह बोल्टन और ब्लैकबर्न स्ट्रेन हैं। उन्हें पूरा भरोसा है कि मौजूदा सभी वैक्सीने इस संक्रमण पर काबू पाने में पूरी तरह से सफल होंगी। हैनकाक ने आग्रह किया कि जो लोग वैक्सीन लगवाने की आयुसीमा में आते हैं और उन्होंने अभी तक इसके लिए अप्लाइंटमेंट नहीं लिया है, उन्हें तत्काल कोरोना से बचाव का टीका लगवा लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय टीकाकरण कार्यक्रम और वायरस के बीच एक दौड़ जैसा है। खासकर तक यह बेहद जरूरी हो जाता है जब नए वैरिएंट से वायरस को चार एक्सट्रा पैर मिल गए हैं। उन्होंने कहा कि वैक्सीन से मिलने वाली सुरक्षा बेहतरीन है लेकिन केवल वैक्सीन ही काफी नहीं है। कोरोना के प्रोटोकाल का भी पालन बेहद जरूरी है। पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) ने कहा कि बी1617.2 वैरिएंट के मरीज ब्रिटेन में 520 मामलों से बढ़कर 1313 हो गए हैं।
