इंदौर : गृह एवं इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि डॉ. अम्बेडकर नगर (महू) के सभी 234 शासकीय विद्यालयों के नाम वीर शहीदों और महापुरुषों के नाम पर होंगे। स्कूलों में उनकी जीवन-गाथा भी चित्रों के साथ अंकित की जायेगी। महू विकासखण्ड के समस्त शासकीय भवनों, सार्वजनिक स्थलों, परियोजनाओं के नामकरण के लिये गठित समिति की बैठक में यह जानकारी दी गई।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने बैठक के पूर्व भगवान परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव में पूजा-अर्चना की। उन्होंने कहा कि इस स्थल को सुरम्य और मनमोहक बनाने के लिये कार्य किया जा रहा है। भगवान परशुराम हमारे आराध्य हैं। उनकी जन्म-स्थली का सौंदर्यीकरण किया जायेगा।
बैठक में जल-संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक आकाश विजयवर्गीय, महेन्द्र हार्डिया, जिला पंचायत अध्यक्ष रीना मालवीय, पूर्व विधायक राजेश सोनकर, सुदर्शन गुप्ता और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
इंदौर में श्रीमद् भागवत कथा में हुए शामिल : गृह एवं इंदौर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा बुधवार को इंदौर में विशाल श्रीमद् भागवत कथा में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि माँ में ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है। माता-पिता की सेवा ही ब्रह्म सेवा है। यही हमारा परम धर्म है। डॉ. मिश्रा ने व्यास पीठ का पूजन कर मुख्य कथाकार श्री मदन मोहन दास जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि जीवन में माँ, महात्मा और परमात्मा का विशेष स्थान होता है। जीवन में नई संस्कृति और संस्कार संत एवं बसंत से ही आते हैं। ईश्वर सब जगह नहीं पहुँच सकते, इसलिये “माँ” के रूप में विद्यमान रहते हैं। संत प्रत्येक हारे हुए व्यक्ति का सहारा बनते हैं। जब मनुष्य कष्ट में होता है, तो उसे संत ही सदमार्ग दिखाते हैं।