ग्वालियर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अद्भुत थे अटल जी और अद्भुत है ग्वालियर। अटल जी देशभक्ति के प्रतीक थे। वे कहते थे ये देश हमारे लिये जमीन का टुकड़ा नहीं, जीता-जागता इंसान है। अटल जी अजातशत्रु थे। उन्होंने भारत को परमाणु महाशक्ति बनाया और अमेरिका का दंभ तोड़ दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषि गालव, संगीत सम्राट तानसेन, संत गंगा दास, ढोली बुआ महाराज, राजा मानसिंह तोमर, अटल जी और माधव महाराज की भूमि ग्वालियर हर दृष्टि से अद्भुत हैं। यहाँ का किला, दाता बंदीछोड़ गुरुद्वारा विशिष्ट हैं। ग्वालियर की कचोरी, बहादुरा के लड्डू प्रसिद्ध है, जो अटल जी को भी बहुत पसंद थे। अटल जी के नाम पर गौरव दिवस मनाये जाने पर मैं ग्वालियर की जनता का ह्रदय से आभार मानता हूँ।
मुख्यमंत्री ग्वालियर के महाराज बाड़ा में ग्वालियर गौरव दिवस में शामिल हुए। उन्होंने ग्वालियर की प्रतिभाओं को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी से ग्वालियर को स्वच्छता में भी नम्बर-1 बनाने की अपील की। उन्होंने प्रसिद्ध सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खाँ, अमान अली खाँ, अयान अली खाँ के सरोद वादन एवं प्रसिद्ध गायिका अनुराधा पोडवाल के गीतों का आनंद लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में अटल जी ने जिस विकास यात्रा की शुरूआत की थी, आज मोदी जी उसे पूरा कर रहे हैं। अटल जी ने जो रोड-मेप बनाया, उस पर आज हम चल रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में आज कई क्षेत्रों में भारत विश्व का नेतृत्व कर रहा है। अटल जी विश्व के अद्वितीय नेता थे। वे पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में भाषण दिया था। मोदी जी ने भी संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में भाषण दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आनंद, उत्साह और उल्लास का दिन है। यहाँ कोई अतिथि नहीं है। हम सब ग्वालियर की जनता के विनम्र सेवक हैं। ग्वालियर को आधुनिक शहर बनाने के लिये प्रगति और विकास का रोड-मेप तैयार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में अंग्रेजी लाद दी गई, जिससे हमारी प्रतिभाएँ कुंठित हो रही थीं। मध्यप्रदेश ने निर्णय लिया कि नवीन शिक्षा नीति पर अमल करते हुए मध्यप्रदेश में अब मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिन्दी में की जायेगी, आज उस पर अमल हो रहा है। प्रदेश में मेधावी विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा की फीस की अदायगी भी सरकार कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी की स्मृति में ग्वालियर में उनका भव्य स्मारक बनाया जायेगा। स्मारक में अटल जी की जीवनी, कृतित्व, व्यक्तित्व को रेखांकित करने के लिये दृश्य-श्रव्य माध्यम का उपयोग करते हुए ई-लायब्रेरी एवं शोध केन्द्र बनाये जायेंगे। स्मारक न्यास का पंजीयन और जमीन का चयन कर लिया गया है। कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा।
केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई विश्व के महान नेता थे। हम सभी उनके कृतित्व, नेतृत्व और व्यक्तित्व पर गर्व करते हैं। अटल जी के द्वारा बताया हुआ मार्ग हम सभी का पथ प्रदर्शक है। अटल जी के व्यक्तित्व को शब्दों में बांधना किसी बड़े साहित्यकार के लिये भी मुश्किल है। उन्होंने मुख्यमंत्री को पूरे प्रदेश में हर नगर, हर गाँव के गौरव दिवस आयोजन की योजना प्रारंभ करने के लिये धन्यवाद दिया।
केंद्रीय नागर विमानन और इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की राजनीति में जनसेवा, साहित्य और अध्यात्म का समावेश था। उन्होंने देश की जनता के दिल में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। आने वाली पीढ़ियाँ भी उन्हें याद करेंगी। सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में गौरव दिवस मनाने की गौरवमयी परंपरा प्रारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बधाई के पात्र हैं।
इन्हें मिला ग्वालियर गौरव सम्मान : मुख्यमंत्री चौहान द्वारा उस्ताद अमजद अली खाँ (सरोद वादक) को संगीत, डॉ. व्ही.के. सारस्वत (रक्षा वैज्ञानिक) को विज्ञान, डॉ. जमाल यूसुफ (ह्दय रोग विशेषज्ञ) को चिकित्सा,इशिका चौधरी (अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी) को खेल और ओ.पी. दीक्षित (शिक्षाविद) को शिक्षा के क्षेत्र में ग्वालियर गौरव सम्मान से विभूषित किया गया। सुप्रसिद्ध वीर रस के कवि डॉ. हरिओम पंवार को अटल कवि सम्मान दिया गया।
जल-संसाधन, मछुआ कल्याण एवं मत्स्य विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह, सांसद व्ही.डी. शर्मा, विवेक नारायण शेजवलकर सहित अन्य प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।