हुनर हाट में शिल्पकारों ने किया अपनी कला का प्रदर्शन, घरेलू अनुपयोगी सामान को दिया कलाकारों ने आकार

लखनऊ । केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उत्तरप्रदेश के रामपुर में 29वें “हुनरहाट” का उद्घाटन किया। इस मौके पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और केंद्रीय संसदीय कार्य और संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर अपने संबोधन में धर्मेंद्र प्रधान ने कहाकि हमारे देश के हर घर में कुशल लोग हैं।

उनके कौशल को ब्रांडिंग करने और बाजार में अवसर प्रदान करने की आवश्यकता है। “हुनर हाट” इस संबंध में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। “हुनर हाट” (गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस) पर भी उपलब्ध है जो कारीगरों और शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार प्रदान करेगा।

धर्मेंद्र प्रधान ने कहाकि देश के हर गांव में कई “विश्वकर्मा” हैं और “हुनर हाट” ने उनकी प्रतिभा को एक विश्वसनीय मंच प्रदान किया है। उन्होंने कहाकि सरकार की ‘नई शिक्षा नीति’ ‘पढ़ाई भी और कमाई भी’ की अवधारणा पर जोर देती है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय कारीगरों और शिल्पकारों के बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए मिलकर काम करेंगे।

मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने अपने संबोधन में कहाकि भगवान ने “हुनर हाट” के कारीगरों और शिल्पकारों के हाथों में कला और कौशल दिया है। “हुनर हाट” प्रधानमंत्री मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” और “वोकल फॉर लोकल” के अभियान को मजबूत करने के लिए सबसे सुंदर मंच है। रामपुर में “हुनर हाट” “आत्मनिर्भर भारत” अभियान को आगे बढ़ाने में मील का पत्थर साबित होगा।

समारोह को संबोधित करते हुए नकवी ने कहा कि हुनर हाट प्रधानमंत्री के “स्वदेशी-स्वावलंबन” और “वोकल फॉर लोकल” के आह्वान को मजबूत करने और पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के स्वदेशी उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराने के लिए एक विश्वसनीय मंच बन गया है।

नकवी ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित किए जा रहे 75 हुनर हाटों के माध्यम से 7 लाख 50 हजार कारीगरों, शिल्पकारों और उनसे जुड़े लोगों को रोजगार और आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। देश भर में आयोजित होने वाले 75 हुनर हाट की एक श्रृंखला के तहत उत्तर प्रदेश के रामपुर में 16 से 25 अक्टूबर 2021 तक इसका आयोजन कर रहा है।

विश्वकर्मा वाटिका भी “हुनर हाट” में आकर्षण का एक केंद्र होगा, जो कारीगरों और शिल्पकारों के बहुमूल्य पारंपरिक कौशल को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के उद्देश्य पर आधारित है, जहां वे इसका भी लाइव प्रदर्शन करेंगे कि कैसे भारत के पारंपरिक उत्कृष्ट और सुंदर स्वदेशी हस्तनिर्मित उत्पाद बनाए जाते हैं।

सदियों पुरानी कौशल और शिल्पकारी की भारत की गौरवशाली विरासत की रक्षा, संरक्षण और बढ़ावा देने के लिए इस तरह का पहला “विश्वकर्मा वाटिका” रामपुर में “हुनर हाट” में स्थापित किया गया है। इस “विश्वकर्मा वाटिका” में एक स्थान पर देश भर के कुशल शिल्पकार, मूर्तिकार, राजमिस्त्री, लोहार, बढ़ई, कुम्हार और अन्य शिल्पकार भारत की सैकड़ों पारंपरिक कला और शिल्प का जीवंत प्रदर्शन करेंगे।

“वोकल फॉर लोकल” के अलावा, “हुनर हाट” बेस्ट फ्रॉम वेस्ट की थीम पर भी आधारित हैं। प्लास्टिक, कागज, प्लाई, लकड़ी, कांच, चीनी मिट्टी, जूट, कपास, ऊन के साथ-साथ केले के तने, गन्ने के लुगदी, धान और गेहूं की पुआल, भूसी, तुर, रबर, लोहा, पीतल आदि जैसे घरों में इस्तेमाल किए गए और छोड़े गए सामानों से बने सुंदर उत्पाद “हुनर हाट” में बिक्री और प्रदर्शन के लिए उपलब्ध होंगे।

30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 700 कारीगरों और शिल्पकारों ने रामपुर के पनवारिया के नुमाइश ग्राउंड में आयोजित “हुनर हाट” में लकड़ी, पीतल, बांस, कांच, कपड़ा, कागज, मिट्टी आदि से बने अपने स्वदेशी उत्पादों को लाया है।

हुनर हाट में “बावर्चीखाना” खंड में लोग एक छत के नीचे देश के लगभग हर कोने से पारंपरिक भोजन का भी आनंद ले रहे हैं। रामपुर के हुनर हाट में प्रतिदिन शाम को सांस्कृति कार्यक्रमों को आयोजन होगा। जिसमें जाने-माने कलाकार अपने संगीत, सांस्कृतिक समारोहों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे। रामपुर के बाद देहरादून में (29 अक्टूबर से 7 नवंबर), लखनऊ मंे (12 से 21 नवंबर), हैदराबाद में (26 नवंबर से 5 दिसंबर), सूरत में (10 से 19 दिसंबर), नई दिल्ली में (22 दिसंबर 2021 से 02 जनवरी 2022) को हुनर हाट का आयोजन किया जाएगा। आने वाले दिनों में “हुनर हाट” का आयोजन मैसुरु, गुवाहाटी, पुणे, अहमदाबाद, भोपाल, पटना, पुडुचेरी, मुंबई, जम्मू, चेन्नई, चंडीगढ़, आगरा, प्रयागराज, गोवा, जयपुर, बेंगलुरु, कोटा, सिक्किम, श्रीनगर, लेह, शिलांग, रांची, अगरतला और अन्य जगहों पर में भी किया जाएगा।

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