Datia news : दतिया। सोमवार दोपहर आसमान से बरसे ओलों ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। खेताें में इन दिनों गेंहूं की फसल पकी हुई खड़ी थी, इसी बीच उदगुवां क्षेत्र के गांवों में ओलावृष्टि से फसल खेतों में बिछ गई। वहीं कटी पड़ी फसल पानी से भीग जाने से उसके खराब होने का अंदेशा किसानों ने जताया है। सोमवार दोपहर करीब 3 बजे उदगुवां क्षेत्र के ग्राम सिंकदरा, सनौरा, राजपुर, बरौदी, मरगुवां, खरग सहित करीब एक दर्जन गांवों में करीब 12 से 15 मिनिट तक ओले बरसे। जिससे फसलों को नुकसान हुआ है।
इस ओलावृष्टि से गेंहूं, चना, सरसों की फसल को नुकसान हुआ है। खेतों मेें चना और सरसों की फसल कटी हुई पड़ी थी। जबकि गेंहूं की करीब 60 प्रतिशत फसल पकी हुई खड़ी थी। जो ओलों से पूरी तरह बिछ गई है। सोमवार दोपहर तीन बजे से शुरू हुई बारिश करीब 35 मिनिट तक जारी रही। इस दौरान तेज बारिश के साथ बेर के आकार के बड़े ओले 12 मिनिट तक गिरे।
वहीं साेमवार को बसई क्षेत्र में फिर से ओलावृष्टि हुई। शाम के समय बारिश के साथ क्षेत्र के ग्राम जनकपुर, हम्मीरपुर, ठकुरपुरा, मुडरा ग्राम के पाराखेडा में ओले गिरे। इन गांवों में से अधिकांश में शुक्रवार 17 मार्च को भी ओल गिरने से फसल को काफी नुकसान हुआ था। यहां राजस्व विभाग व कृषि विभाग की टीमें फिलहाल सर्वे में जुटी है। इसी दौरान फिर से उन्हीं गांवों में ओले बरस पड़े जहां सर्वे चल रहा है।
खेत में बिछ गई फसल : मौसम में लगातार बदलाव की चेतावनी मौसम विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही थी। 72 घंटे में बारिश और ओले गिरने की संभावना जताई गई थी। सोमवार को सुबह बादल के साथ हल्की धूप खुली थी। लेकिन दोपहर होते ही आसमान में काले बादल घिर आए। जिसके बाद शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश का दौर शुरू हुआ।
उदगुवां क्षेत्र में बारिश के साथ ही ग्राम सनौरा, राजपुर, मरगुवां, बरौदी, खरग सहित करीब आधा दर्जन गांवों में ओले गिरे। देखते ही देखते सड़क पर बर्फ की चादर बिछ गई। वहीं खेतों में खड़ी गेंहूं की फसल आड़ी हो गई।
खेतों में अभी भी 60 प्रतिशत से अधिक गेंहूं की फसल कटने के लिए पकी हुई खड़ी थी। जबकि 40 प्रतिशत फसल खेतों में कटी पड़ी है। जिस पर ओलावृष्टि होने का प्रतिकूल असर पड़ा है। वहीं सरसों और चने की कटी फसल भी पानी में भीग जाने से उसका नुकसान होने की संभावना किसानों ने जताई है।
बसई में फिर गिरे ओले : इसी बीच एक बार फिर सोमवार शाम को बसई में ओलावृष्टि हुई। तेज हवा के साथ झमाझम बारिश के बीच शाम छह बजे से ओले गिरना शुरू हुए। जिसे देखकर किसान फिर संकट में घिर गए। इस दौरान करीब सात मिनिट तक ओले गिरे। जनकपुर, हम्मीरपुर, ठकुरपुरा, मुडरा ग्राम के पाराखेडा में फिर से हुई ओलावृष्टि ने फसल के नुकसान बची खुची कसर भी पूरी कर दी। यहां बेर के आकार के गिरे ओले।