Datia news : दतिया। आसमानी आफत ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। खेतों में खड़ी फसलों का 50 प्रतिशत से भी अधिक नुकसान ओले और तेज बारिश से हुआ है। शनिवार शाम उदगुवां क्षेत्र के ग्राम हतलब में बेर से भी बड़े आकार के ओले आसमान से बरसे। 25 मिनिट से ज्यादा गिरे ओलों से गेंहूं की फसल नष्ट होने की कगार पर पहुंच गई है।
शनिवार शाम उदगुवां क्षेत्र के ग्राम हतलब, गनेशखेड़ा में बेर से भी बड़े आकार के ओले करीब 25 मिनिट तक बरसने से करीब दो हजार बीघा में खड़ी गेंहू की फसल खेतों में बिछ गई। ओलावृष्टि से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है।

बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने भांडेर के हनुमंतपुरा मंदिर के गुबंद को क्षति हुई है। बारिश के कारण दतिया में पूरे दिन बिजली ने लोगों को खूब सताया। सुबह से लेकर देर शाम तक बिजली कई-कई घंटे के लिए गुल रही। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई। शनिवार को बारिश का आंकड़ा पूरे दिन में करीब 6.8 मिमि दर्ज हुआ है।

बारिश के कारण खेतों में खड़ी गेंहूं, चना, मसूर और सरसों की फसल को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। कई जगह सरसों और मटर की कटी फसल खेतों में पड़ी हैं। लेकिन इसी बीच हुई आफत की बारिश से तैयार खड़ी फसल खेतों में बिछ गई। अगर मौसम नहीं खुला तो यह फसल काली पड़ जाएगी। जिससे किसानों को नुकसान होना तय है।
बेर से भी बड़े गिरे ओले : शनिवार शाम करीब चार बजे तेज आंधी के बाद उदगुवां क्षेत्र के ग्राम हतलब और गनेशखेड़ा में ओले बरसना शुरू हो गए। 20 से 25 मिनिट तक गिरे ओले बेर से भी बड़े आकार के थे।
इस बीच बारिश का दौर भी करीब एक घंटे चला। हतलव, गनेशखेड़ा के नजदीक शिवपुरी जिले में पड़ने वाले गांवों में भी ओलावृष्टि हुई है। हतलव के किसान अरविंद शर्मा ने बताया कि ओलों के कारण गेंहूं की फसल 80 प्रतिशत से ज्यादा नष्ट होने की संभावना है। गेंहूं की बाल टूटकर झड़ गई हैं।
इस बारिश और ओलावृष्टि से करीब दो हजार बीघा फसल प्रभावित हुुई है। हतलव के कृषक अरविंद शर्मा, राजू शर्मा, सौरभ, ब्रजेश शर्मा, रमेश शर्मा, अतुल शर्मा, हरीशचंद्र शर्मा आदि ने बताया कि उनके खेतों में गेंहूं की फसल लगभग पककर तैयार खड़ी थी। लेकिन ओले गिरने से उनकी मेहनत पर पानी फिर गया। ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों को अब शासन से ही मुआवजे की आस बची है।