हैंडलूम उद्योग भारत की सांस्कृतिक विरासत : विपिन अग्निहोत्री , राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर आयोजित हुई वेबीनार

भारत में हथकरघा क्षेत्र समय के साथ सबसे महत्वपूर्ण कुटीर व्यापार के रूप में उभरा है। हथकरघा बुनकर कपास, रेशम और ऊन के समान शुद्ध रेशों का उपयोग कर माल तैयार करते रहे हैं। राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर विपिन प्रियंका प्रोडक्शन ने वेबीनार आयोजित किया तथा इस बात को दर्शाया की भारत के सामाजिक आर्थिक सुधार में हथकरघा का योगदान बेहद अहम है।

विपिन प्रियंका प्रोडक्शन के चेयरमैन विपिन अग्निहोत्री ने वेबीनार मे बताया की प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर बुनकरों को काम के विकल्प के बारे में जानकारी देने के लिए सरकार द्वारा कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं।

बकौल विपिन अग्निहोत्री, हैंडलूम उद्योग भारत की सांस्कृतिक विरासत के जरूरी भाग में से एक है। यह आजीविका का एक जरूरी स्रोत बना हुआ है, खासकर महिलाओं के लिए, जो इस क्षेत्र के बुनकरों का लगभग 70% हैं।

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