सात फेरों से पहले ही प्रेमिका को मार दी गोली : सिरफिरे आशिक ने शादी में मचाया कोहराम, खुशी का माहौल मातम में बदला

Datia news : दतिया । सात दिन पहले जिस लड़के से साथ काजल चली गई थी। उसी लड़के ने ऐन शादी के मौके पर उसकी गोली मारकर जान ले ली। दतिया के बरगांय निवासी राजकुमार अहिरवार की बेटी से उनका पड़ौसी युवक दीपक अहिरवार दिल लगा बैठा था। घर वालों को पता लगा तो उन्होंने इसका विरोध किया।

यह बात दीपक को नागवार गुजरी, उसने सबके सामने काजल से ही शादी करने की बात कही तो घरवालों ने लड़की को उसे झांसी मामा के घर भेज दिया। यहां 23 जून को काजल की शादी होने वाली थी।

मंडप और शादी की सभी तैयारियां हो गई थी। काजल दुल्हन का श्रृंगार करने मैरिज गार्डन के पास में ही बने ब्यूटी पार्लर गई थी। इसी बीच उसका प्रेमी दीपक वहां आ पहुंचा और उसने काजल को गोली मार दी।

इस दौरान पार्लर में चीख पुकार मच गई। वहां मौजूद काजल के चचेरी बहनों ने इस बात की तत्काल खबर अपने स्वजन को दी। जो भागे-भागे पार्लर पहुंचे। जहां से काजल को झांसी मेडीकल कालेज ले जाया गया।

लेकिन वहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतका काजल के साथ पार्लर गई उसकी बहनें नेहा, मुस्कान, वंदना और अनुष्का का कहना था कि दीपक ने उन्हें भी धमकाया था। इसके बाद वह काजल से साथ चलने की जिद करने लगा। लेकिन जब उसने मना किया तो दीपक ने गोली मार दी।

मृतका काजल की शादी झांसी उप्र के चिरगांव के ग्राम सिमथरी निवासी राज के साथ होने वाली थी। जब इस घटना की खबर वरपक्ष को लगी तो वह बीच रास्ते ही बारात को लौटाकर वापिस ले गए।

सोनागिर थाना क्षेत्र के ग्राम बरगांय में उस समय मातम छा गया जब गांव से डोली में बैठने गई बेटी का खून से लथपथ शव सोमवार शाम वहां पहुंचा। महिलाओं के रोने की आवाज ने पूरे माहौल को गमगीन कर रखा था।

इस दौरान रोते हुए मृतका की मां रानी ने बताया कि उसका पति राजकुमार खेती बाड़ी का काम करता है। काजल तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर की थी। बड़ा बेटा विकास और छोटा विशाल है। काजल ने नौंवीं तक पढ़ाई की थी।

परिवार के लोग उसकी शादी अच्छे घर में करना चाहते थे। इसलिए काजल को लेकर वह उसके मामा के यहां गए थे। वहीं आसपास के लोगों ने बताया कि आरोपित दीपक भी तीन भाई हैं।

उसके दो भाई अलग-अलग घर में रहते हैं। लेकिन घटना के बाद तीनों की घरों में ताला लटका दिखा। उप्र पुलिस की दो टीमें भी दीपक की तलाश में बरगांय पहुंची थी। आरोपित से संबंधित सुराग जुटाकर वह वापिस लौट गई।

गांव के कोटवार इंदर सिंह के मुताबिक सात दिन पहले काजल और दीपक कहीं चले गए थे। स्वजन ने थाने में गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी। पुलिस ने लड़की को दस्तयाब कर स्वजन के सुपुर्द कर दिया था। स्वजन ने इसके बाद काजल को उसके मामा के यहां झांसी भेज दिया।

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