Datia News : दतिया। गर्मी ने पिछले कई वर्षाें के रिकार्ड तोड़ते हुए मार्च के अंतिम दिन पारा 42 डिग्री के पार पहुंचा दिया। है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। इससे पहले मार्च में इतना तापमान कभी नहीं पहुंचा था।
इस साल मार्च के अंतिम दिन अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच जाने से मार्च में रिकार्ड तोड़ गर्मी का एहसास हुआ। तापमान सामान्य से 6.7 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने के कारण शहर हीटवेव की चपेट में रहा। मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 घंटे में गर्मी और बढ़ने के आसार हैं।

राजस्थान से आ रही तेज गर्म हवाओं ने मौसम में बदलाव ला दिया है। दतिया सहित पूरा अंचल भीषण गर्मी से झुलस रहा है। दोपहर में शहर में हीटवेव चलती रहीं। इससे दिन में लोग लू के थपेड़ों से बेहाल नजर आए।

हवा भी 4 से 6 किमी प्रतिघंटा की गति से चली। जिससे गर्मी के साथ धूप की चुभन बढ़ गई है। हर कोई गर्मी से बेहाल रहा। रात का तापमान भी सामान्य से ऊपर पहुंच चुका है।
रातें भी अब ठंडक कम होने लगी है। न्यूनतम तापमान में भी 0.1 डिसे की हल्की बढ़ोत्तरी रही। जिसके बाद गुरुवार को रात का पारा 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
गर्म हवाओं ने बढ़ाया तापमान
मार्च के अंत में ही गर्मी ने इस माह के सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिए। आने वाले दिनों में गर्मी और प्रचंड होने की संभावना जताई गई है। अप्रैल और मई में वैसे ही गर्मी का असर बढ़ जाता है।
हाल में बढ़े तापमान को लेकर मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल मौसम को प्रभावित करने वाला कोई सिस्टम नहीं बन रहा है। इस कारण हवा को बंगाल की खाड़ी व अरब सागर से नमी नहीं मिल पा रही है।
हवा में नमी घट चुकी है। रुखी हवा चल रही है। जिसके कारण गर्मी और बढ़ेगी। इधर गुजरात, राजस्थान होते हुए हवाएं आ रही हैं। ये हवाएं रेगिस्तान की गर्मी को अपने साथ लेकर आ रही है। पश्चिमी हवाओं का असर गर्मी को और बढ़ा रहा है।
दिनभर चली हीटबेव
गुरुवार को तापमान 42 डिसे से ऊपर जाने के बाद दोपहर में चल रही लू के कारण घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। सड़कों पर इस दौरान कम ही आवाजाही रही। ज्यादातर लोगा गर्मी और लू से बचने के लिए तौलिया या गमछा बांधकर ही निकले।
मौसम विभाग ने दो दिन पहले ही दतिया में भी हीटवेव की संभावना जताई थी। गर्मी का असर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। अप्रैल व मई में भी गर्मी रिकार्ड तोड़ेगी। मौसम विभाग ने अगले 2 से 5 दिनों तक मप्र के अधिकांश जिलों में लू चलने की संभावना जताई गई है।