Datia News : दतिया । ग्राम ओरीना में भी महुअर नदी का जलस्तर बढ़ जाने से गांव में पानी भर गया। जिसके चलते गांव के मंदिर का पुजारी व दो अन्य लोग सहित कुल 3 व्यक्ति फंस कर रह गए। तहसीलदार नीतेश भार्गव के मुताबिक इन सभी लोगों से सोमवार रात में मंदिर खाली करने को कहा गया था। लेकिन यह वहीं रुके रहे। सुबह तक नदी का जलस्तर बढ़ जाने के बाद तीनों लोग मंदिर में ही फंसे रह गए।
जिसकी सूचना स्थानीय लोगों द्वारा गृहमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा को फोन पर दी गई। जिसके बाद गृहमंत्री ने प्रयास कर ओरीना के लिए हेलीकाप्टर पहुंचा गया। जहां रेस्क्यू कर पुजारी सहित 3 लोगों को सुरक्षित निकलवा लिया गया। वहीं कुरथरा और ग्राम कोटरा से भी 8 लोगों को वोट द्वारा निकाला गया। सेवढ़ा के 24 गांवों को सुरक्षा के लिहाज से खाली करा लिया गया है। सेवढ़ा अनुभाग में हाईअलर्ट जारी किया गया है।
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गृहमंत्री डाॅ.नरोत्तम मिश्रा बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का करेंगे दौरा
गृहमंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा बुधवार 4 अगस्त को जिले के एक दिवसीय प्रवास पर रहते हुए बाढ़ ग्रस्त गांवों का दौरा करेंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार गृहमंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्र 4 अगस्त को सुबह 10 बजे ग्राम औरीना में बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का दौरा करेंगे। 10.30 बजे ग्राम हिनौतिया मंे बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का दौरा करेंगे।
प्रातः 11 बजे गृहमंत्री ग्राम बड़ौनकलां मंे बाढ़ ग्रस्त गांव का दौरा करेंगे। 11.30 बजे ग्राम कोटरा में बाढ़ प्रभावित गांव की िस्थति का जायजा लेंगे। दोपहर 12.10 बजे गृहमंत्री दतिया से छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस द्वारा भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे।
संभागायुक्त आशीष सक्सेना ने कलेक्टर से जानी स्थिति
ग्वालियर एवं चंबल संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना ने जिले में विभिन्न स्थानों पर आई बाढ़ की स्थिति की समीक्षा कर कलेक्टर संजय कुमार से जानकारी ली। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे रेस्क्यू कार्य की भी समीक्षा की। संभागायुक्त सक्सेना ने कहाकि हमारी पहली प्राथमिकता बाढ़ में फंसे लोगों को निकालना है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए हैलीकाॅप्टर एवं सेना की भी व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि ऐसे बाढ़ प्रभावित गांव जहां नाव से रेस्क्यू करने में परेशानी आ रही है उन गांवों में हैलीकाॅप्टर, मिलेट्री एवं एनडीआरएफ व एफडीआरएस संयुक्त रूप से रेस्क्यू का कार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अभूतपूर्व वर्षा होने के कारण बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई है। जिला प्रशासन का पहला प्रयास है कि सबसे पहले बाढ़ में फंसे हुए लोगों को सुरक्षित रूप से बाहर निकालकर लाना है। इसके पश्चात् बाढ़ एवं अतिवृष्टि से हुई क्षति के आंकलन की कार्रवाई कराई जाएगी।