Datia news : दतिया। तेज गति से आ रही बाइक ने पैदल जा रही किशोरी को टक्कर मारकर घायल कर दिया। इसके बाद बाइक बेकाबू हो गई और आगे जाकर एक खंती में जा पलटी। इस हादसे में बाइक सवार भी गंभीर रुप से घायल हो गए। घटना ग्राम छिकाऊ के पास घटित हुई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया। मौके से बाइक जप्त कर ली गई।
ग्राम छिकाऊ पास बाइक सवार ने पैदल जा रही किशोरी को टक्कर मारकर घायल कर दिया। इस हादसे में बाइक भी अनियंित्रत होकर सड़क किनारे बनी खंती में जा गिरी। घटना मंे बाइक सवार सहित तीनों घायलों को थाना प्रभारी परमानंद शर्मा ने स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया।

जानकारी के अनुसार इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम छिकाऊ के पास शाम 7 बजे इंदरगढ़ से दतिया की ओर जा रहे बाइक सवार ओमप्रकाश विश्वकर्मा पुत्र गोविंद दास विश्वकर्मा निवासी सालोन अपने साथी गजेंद्र पुत्र वीर सिंह निवासी मोंठ के साथ जा रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार ने पैदल जा रही किशोरी पूनम बघेल पुत्री कृपाराम बघेल को टक्कर मार दी। इस घटना में जहां किशोरी घायल हो गई वहीं दोनों बाइक सवार भी गिरकर घायल हो गए।

घूसखोर पटवारी को मिली कारावास की सजा : दो वर्ष पुराने भ्रष्टाचार के मामले में आरोपित पटवारी को न्यायालय ने चार वर्ष के सश्रम कारावास और अर्थदंड से दंडित किया है। विशेष न्यायाधीश ऋतुराज सिंह चौहान ने आरोपित पटवारी बालसिंह गौतम निवासी जुझारपुर को रिश्वत लेने के अपराध में सजा सुनाई है। प्रकरण में अभियोजन संचालन विशेष लोक अभियोजक लक्ष्मी कसाब द्वारा किया गया।
प्रकरण के मुताबिक गत 12 मार्च 2018 को आवेदक हरिओम सिंह गुर्जर निवासी ग्राम कालीपुरा थाना धीरपुरा द्वारा आरोपित बालसिंह गौतम पटवारी हल्का नंबर 14 कालीपुरा, लेतरा तहसील जिला दतिया के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त कार्यालय ग्वालियर को शिकायत दर्ज कराई गई थी कि उसके पिता राजेंद्र सिंह गुर्जर के खाते में सूखा राहत राशि भिजवाने के एवज में पटवारी बालसिंह गौतम द्वारा 10 प्रतिशत के हिसाब से चार हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई।
आवेदक ने पटवारी को रंगे हाथ पकड़वाने के लिए आवेदन दिया। लोकायुक्त पुलिस ने आवेदन की जांच कराई। शिकायत सही पाए जाने पर ट्रेप दल गठित कर 21 मार्च 2018 को आवेदक हरिओम गुर्जर के ग्राम कालीपुरा स्थित निवास पर आरोपित पटवारी बालसिंह गौतम पुत्र रामचरण गौतम को चार हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा था। प्रकरण में प्रभावी विवेचना निरीक्षक पीके चतुर्वेदी द्वारा की गई।