Datia News : दतिया। होली का उत्साह जोर पकड़ने लगा है। इसकी तैयारियों को लेकर बच्चे और युवाओं में खासा जोश नजर आ रहा है। वैसे इस बार होलिका दहन की दो तिथियों ने लोगों को संशय में डाल रखा है। जबकि शहर के प्रसिद्ध मंदिरों पर मुर्हुत के मुताबिक होलिका दहन किए गए। सोमवार 6 मार्च की आधी रात 12 बजकर 18 मिनिट पर पीतांबरा पीठ में हाेलिका दहन किया गया। होलीपुरा पर भी रात में ही होलिका दहन हुआ।
वहीं 7 मार्च की सुबह 5 बजकर 17 मिनिट पर गोविंद जी मंदिर पर परंपरागत तरीके से हाेलिका दहन किया गया। होलिका माता की जय कारा के साथ यहां मौजूद लोगों ने होलिका की परंपरागत पूजा उसका दहन किया। शहर में अन्य स्थानों पर सात मार्च की शाम को प्रदोषकाल में होली जलाई जाएगी।
गली मोहल्लों में होली जलने के बाद ही उसकी अग्नि ले जाकर घरों में गोबर के उपलों की होली जलाने की परंपरा है। ऐसे में मान्यताओं की बंदिश के चलते लोग जब तक उनके मोहल्ले में होलिका दहन नहीं होगा, तब तक होली नहीं जला सकेंगे। इसलिए सात मार्च की शाम को ही अधिकांश जगह होलिका दहन की जानकारी दी गई है।
पीतांबरा पीठ में हुआ होलिका दहन : होलिका दहन को लेकर बनी संशय की स्थिति के बीच शहर में अधिकांश स्थानों पर आज पूर्णिमा की उदय तिथि पर 7 मार्च को होली का दहन किया जाएगा। वहीं पीतांबरा पीठ पर सोमवार देर रात 12 बजकर 18 मिनिट पर पूरे विधि विधान से होलिका दहन पीठ स्थित नए दरवाजे के निकट किया गया।
जानकारी के मुताबिक पीतांबरा पीठ पर महामना विश्व पंचांग की तिथियों को माना जाता है। जिसके मुताबिक होलिका दहन संपन्न हुआ। इस दौरान आचार्य जी द्वारा होलिका की पूजा कराई गई। जिसके बाद साधकों की मौजूदगी में होलिका दहन हुआ। वहीं गोविंद जी मंदिर पर मंगलवार अलसुबह हाेलिका दहन । इस बार पूर्णिमा तिथि दो दिन रहने के कारण त्यौहार को लेकर संशय स्थिति बनी है।
आठ मार्च को बरसेगा रंग : इधर होली के त्यौहार को लेकर बाजार में सोमवार को पिचकारी और रंग गुलाल सहित अन्य पूजन सामग्री की दुकानों पर भीड़भाड़ रही। चूंकि शहर के गली मोहल्लों में आज शाम को ही हाेलिका दहन होगा, ऐसे में अधिकांश शहरवासी सात मार्च को ही होली जलाने की परंपरा निभाएंगे।
जिसके अगले दिन आठ मार्च को रंग खेला जाएगा। शहर के मंदिरों में भी होली के त्यौहार को लेकर तैयारियां कर ली गई है। प्रमुख आयोजन गोविंद मंदिर में होगा।