दतिया । प्रशासन ने कोरोना कर्फ़्यू को आगे बढ़ाने के साथ सब्जी, फल और दूध की होम डिलेवरी का जो नया नियम बनाया है, इसके चलते संक्रमण का खतरा बढ़ने की उम्मीद है। इसकी अनुमति नगर पालिका देगी। इस नियम में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि अनुमति लेने के लिए कोविड निगेटिव की रिपोर्ट अनिवार्य होगी। यदि इनमें से एक भी संक्रमित निकलता है तो वह जाने कितने लोगों को संक्रमित करेगा। इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है।
प्रशासन ने कोरोना कर्फ्यू को ओर आगे बढ़ाते हुए आगामी 3 मई तक कर दिया है। इस दौरान आमजनों, नागरिकों के लिए अभी भी सब्जी, फ़ल की दुकानें नहीं खुलेंगी। प्रशासन ने सब्जी ,फल एवं दूध की होम डिलेवरी करने की बात कही है। इसके लिए नगर पालिका सीएमओ द्वारा अनुमति पत्र जारी किए जाएंगे। मंडी बंद होने के कारण पूरा शहर होम डिलीवरी करने वालों के भरोसे रहेगा। ऐसे में सब्जी फल बेचने वालों से सब्जी फल लेते समय बहुत सावधानी की जरुरत है।
प्रशासन को भी ऐसे सब्जी फल बेचने वालों पर पूरी नजर रखनी होगी। जब से मंडी बंद हुई है सीधे ग्रामों से लोग सब्जी बेचने आ रहे है एवं वे मास्क नहीं लगा रहे हैं और यदि लगाते भी है तो यूज एंड थ्रो वाले मास्क कई दिनों तक लगाकर सब्जी बेच रहे है। यहां तक कि सब्जी बेचने वाले हाथ ठेले वाले भी सही मास्क का उपयोग नहीं करते है। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ना संभव है। सब्जी-फल बेचने वाले जो गली गली घूम रहे हैं, वे कोरोना संक्रमित तो नहीं है या जिन घरों वे जा रहे वहां कोई व्यक्ति संक्रमित तो नहीं है। ऐसी स्थिति में आमजन को भी सावधानी बरतने की बहुत जरूरत है। इसलिए सब्जी, फल, किराना और दूध सप्लाई करने वालो की समय-समय पर कोरोना जांच भी होनी चाहिए, ताकि ग्राहक या आमजन संक्रमित होने से बच सके।
इस संदर्भ में नगर पालिका सीएमओ अनिल कुमार दुबे का कहना है कि जिला प्रशासन से हम दिशा-निर्देश ले रहे है। कोरोना टेस्ट के बाद अनुमति देनी या और अन्य कोई व्यवस्था रहेगी। इसके जैसा भी आदेश दिया जाएगा उसके अनुसार ही कार्य किया जाएगा।
लाकडाउन बेअसर, दुकानदारों ने बैठकर बेचा सामान, जमकर मुनाफाखोरी
सोमवार को सब्जी व अन्य दुकानदार व बिना माक्स के बैठै नजर आ रहे थे। प्रशासन के आदेशों की धज्जियां सोमवार को उड़ती दिखाई दी। लोगों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के कारण लगाईं गई पाबंदी का कोई असर दिखा नहीं दिया। शहर सहित इंदरगढ़ में और कई क्षेत्रों में लगाया गया लाकडाउन बेअसर रहा। इस दौरान सब्जियां भी महंगे दामों में बेची गई। नई व्यवस्था के तहत कई लोगों के घरों पर दूध नहीं पहुंच पाया। इस बारे में शिकायत करने पर कंट्रोल रूम से कोई माकूल जवाब नहीं मिल पाया।