Gwalior News : ग्वालियर । जल संरक्षण के लिए तमाम कवायद की जा रही हैं। मप्र सरकार पूरे प्रदेश में तालाब निर्माण करा रही है। इसके लिए जिलों को लक्ष्य भी दिया गया है। सरकार को आशा है कि तालाब निर्माण हो जाने के बाद बरसात के पानी को संरक्षित किया जा सकेगा। जो गांवों में जलस्तर बढ़ाने के साथ जलसंकट को दूर करने में मददगार बन सकेगा। इसी प्रयास को लेकर ग्वालियर कलेक्टर ने भी जल संरक्षण के लिए तालाब निर्माण कार्य में तेजी लाने के लिए एक सुनहरा आफर तक दे डाला है।
जिसके तहत कलेक्टर का कहना है कि ग्रामीण अमृत सरोवर खुदवाएं और हथियार का लाइसेंस ले जाएं। बता दें कि ग्वालियर चंबल संभाग में हथियारों को रखने का शौक सबसे ज्यादा है। यही कारण है कि ग्वालियर जिला पूरे प्रदेश में लाइसेंसी हथियारों की संख्या में सबसे अव्वल है।
जिले में लाइसेंसी हथियार की संख्या 33,000 पार कर चुकी है। प्रदेश के ग्वालियर जिले में ऑफर है कि तालाब खुदवाइए और हथियार का लाइसेंस ले जाइए। यह ऑफर किसी और ने नहीं बल्कि कलेक्टर साहब ने दिया है।
नई पहल का दिखेगा असर : ग्वालियर कलेक्टर ने जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए यह अभिनव पहल की है। जिसके तहत हथियार की चाहत रखने वाले व्यक्ति को एक तालाब का निर्माण कराना होगा और बदले में उसे हथियार का लाइसेंस दिया जाएगा।
सरकार द्वारा ग्वालियर को 100 अमृत सरोवर बनाए जाने का लक्ष्य दिया गया है। ऐसे में इस ऑफर का फायदा लेने के लिए कलेक्टर द्वारा आदेश जारी किया गया है कि जो भी व्यक्ति तालाब निर्माण कराकर हथियार लाइसेंस की चाहत रखता है उसे सोमवार और मंगलवार को कलेक्ट्रेट में अपना नाम दर्ज कराना होगा। 2 दिन तक नाम लेने के बाद और नाम नहीं लिए जाएंगे।
प्रदेश में बनने हैं 53 साै से अधिक तालाब : अमृत महोत्सव में प्रदेश में 5352 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जाना है। यह कार्य आगामी एक वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
ग्रामीण विकास विभाग द्वारा अमृत सरोवर के लिए तैयार की गई कार्य योजना में जबलपुर और मुरैना जिले में सर्वाधिक सरोवर 237 बनने हैं। इसके अलावा धार में 192, सिवनी में 140, रीवा 137, नदापुरम-132, राजगढ़-120 और छिंदवाड़ा जिले में 124 बनाए जाएंगे।