Datia news : दतिया । बरसात के मौसम में संक्रामक रोगों की सक्रियता सामान्यतया बढ़ जाती है। इस समय वायरल कंजक्टिवाइटिस नामक आंखों का रोग पैर पसार रहा है। ऐसे में आप भी आंखों का बचाव करें। इस रोग से पीड़ित के संपर्क में आने से खुद को बचाएं। मेडिकल कालेज के जनसंपर्क अधिकारी डा.मुकेश शर्मा ने बताया कि नेत्ररोग विभाग की ओपीडी में इस रोग से पीड़ित मरीजों की संख्या समान्य दिनों की तुलना में दोगुने से अधिक हो गई है।
पिछले कुछ दिनों से आंखों की समस्या से पीड़ित लगभग 200 मरीज प्रतिदिन ओपीडी में इलाज कराने आ रहे हैं। मेडिकल के नेत्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डा. मुकेश राजपूत ने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल कंजक्टिवाइटिस आंखो का संक्रामक रोग है, जिसे आम बोलचाल की भाषा में आंखें आना कहते हैं।
इस बीमारी से बच्चे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से फैलती है। ऐसे में स्कूल संचालक एवं माता पिता की भूमिका खास हो जाती है। बच्चों को तकलीफ होने पर चिकित्सक को दिखाकर उचित परामर्श लेना चाहिए।
ये होता है वायरल कंजक्टिवाइटिस : यह आंखों का संक्रामक रोग है। जिसमें आंखे लाल होना, जलन होना, आंखों में इरिटेशन होना, आंसू आना, आंखों में कीचड़ अधिक बनना या कभी कभी रोशनी से तकलीफ होना आदि लक्षण देखने को मिलते हैं। यह परेशानियां आंखों को प्रभावित कर सकती हैं। मरीज कई बार आंखों को हाथ लगाकर अन्य चीजों को भी छू लेता है। बस यही गलती रोग का संक्रमण बढ़ा देती है।
ये बरते सावधानियां और करें उपचार : इस संबंध में नेत्र रोग विशेषज्ञ डा.मुकेश राजपूत ने सावधानियां एवं उपचार के बारे में बताया कि मरीज को आंख में बार बार हाथ नहीं लगाना है। मरीज़ द्वारा प्रयोग किए गए रुमाल या अन्य कपड़े का उपयोग नहीं करना है। बच्चों को (कंजक्टिवाइटिस से ग्रसित) होने पर स्कूल नहीं भेजना चाहिए। साथ ही आवश्यकता पड़ने पर नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लें।
मेडिकल के सह प्राध्यापक डा.मनोज त्यागी ने विद्यालय संचालकों को बच्चों के नेत्र परीक्षण एवं स्क्रीनिंग की सलाह दी है। ताकि बीमारी का फैलाव नियंत्रित किया जा सके।
मेडिकल कालेज संबद्ध जिला अस्पताल में इस रोग का मुफ्त उपचार उपलब्ध है। मेडिकल कॉलेज दतिया के अधीक्षक डा. कृष्णा कुलदीप ने बताया कि रोग के फैलाव को देखते हुए आई ड्राप्स एवं दवाएं अतिरिक्त मात्रा में उपलब्ध करा दी गई हैं।