भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में वन, खनिज और जल सम्पदा का अपार भंडार है। देश के 13 प्रतिशत वन मध्यप्रदेश में हैं। प्रदेश में अति-सघन वन लगातार बढ़ रहे हैं। हमारा प्रदेश टाइगर स्टेट है, इसे टाइगर स्टेट बनाए रखने के लिए वन विभाग का हृदय से अभिनन्दन करता हूँ। हम लेपर्ड और घड़ियाल स्टेट भी हैं। मुख्यमंत्रीआज 180 करोड़ रुपए से नवनिर्मित तुलसी नगर स्थित वन भवन के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर वन कर्मियों और वन समितियों का सम्मेलन भी आयोजित किया गया। समारोह में वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, अध्यक्ष मध्यप्रदेश राज्य वन विकास निगम माधो सिंह, अपर मुख्य सचिव वन जे.एन. कंसोटिया, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख रमेश कुमार गुप्ता सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा वनकर्मी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वनवासियों की अर्थ-व्यवस्था का आधार वन ही हैं। अब प्रदेश में 785 टाइगर हो गए हैं, जो पहले से अधिक हैं। बारह सिंघा, सफेद बाघ भी हमारे यहाँ है। प्रदेश में वानिकी के क्षेत्र में नए रिकार्ड स्थापित किए गए हैं। बाँस कलस्टर विकसित किये जा रहे हैं। पेसा नियम लागू करने में वन विभाग का सहयोग सराहनीय है। तेंदूपत्ता संग्राहकों को चप्पल, जूता, कुप्पी, साड़ी और छाता दिए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने जनता के लिए वनों को वरदान बनाया है। नवनिर्मित वन भवन पूर्ण हरित भवन है, जिसमें हवा, पानी और प्रकाश के संरक्षण का पूरा ध्यान रखा गया है। यह भवन नई ऊर्जा का संचार करेगा। विभाग को कार्य करने के लिए स्थान की कोई कमी नहीं रहेगी। वनों की सुरक्षा करने वालों की जिंदगी बेहतर करने की पूरी कोशिश होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन्य-प्राणियों का संरक्षण बहुत पुण्य का कार्य है। राज्य सरकार का प्रयास है कि प्रदेश में अधिक से अधिक वन स्थापित हों जिससे प्रदेश में आक्सीजन का उत्सर्जन बड़े स्तर पर हो, प्रदेश दुनिया में “ऑक्सीजन हब” बन जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन और वनवासियों का गहरा संबंध है। वनों के माध्यम से उनकी जिंदगी में खुशहाली पैदा करने की कोशिश होगी। वनों के बिना इंसान की जिंदगी नहीं चल सकती है। यह धरती सभी जीव-जंतुओं की है। इसे बनाए रखने के लिए पर्यावरण संरक्षण जरूरी है। मध्यप्रदेश में पर्यावरण के संरक्षण में बेहतर कार्य हुआ है।
वन मंत्री शाह ने कहाकि मुख्यमंत्री के सान्निध्य में वन विभाग में वनों के संरक्षण एवं संवर्धन का कार्य अच्छे ढंग से चल रहा है। मुख्यमंत्री प्रतिदिन एक पौधा जरूर लगाते हैं, जो हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। वन विभाग सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग रोकने के लिए प्रयास कर रहा है। वन समितियों को पिकअप वाहन सौंपे गए हैं। वन्य-प्राणियों के कारण मृत्यु पर आर्थिक सहायता का प्रावधान किया गया है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख रमेश कुमार गुप्ता ने कहा कि वन विभाग की जनहितकारी योजनाओं का लाभ दिलाने में कमी नहीं छोड़ेंगे। प्रदेश में वनों के क्षेत्र में बेहतर काम करने की कोशिश लगातार बनी रहेगी। अपर मुख्य सचिव वन जे.एन. कंसोटिया ने कहा कि विभाग वनों के संरक्षण और संवर्धन के लिए समर्पित है। वन भवन से सभी गतिविधियाँ संचालित होंगी और हम पूरे देश में अव्वल रहेंगे।