Datia News : दतिया। इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम कुठौंदा में कोरोना कर्फ्यू के दौरान चोरी छिपे हो रही शादी के मंडप में दूल्हा सहित उसके फूफा सहित 4 लोगों ने विवाद होने पर अपने ही रिश्तेदार युवक की लात घूंसो से मारपीट कर गला दबाकर हत्या कर दी। मृतक युवक, दूल्हे का रिश्ते में भतीजा लगता था। घटना रविवार रात 1 बजे की बताई जाती है। घटना के बाद दूल्हा सहित उसके स्वजन फरार हो गए। सूचना पर पहुंची हंड्रेड डायल पुलिस ने वहां छानबीन की। इधर इस मामले में मृतक युवक के पिता की रिपोर्ट पर पुलिस ने जब आरोपितों के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज किया तो मृतक के स्वजन भड़क गए। पुलिस पर आरोपितों से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम की तैयारी करने लगे। हंगामा बढ़ता देख पुलिस के हाथ फूल गए और वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद इंदरगढ़ पुलिस ने दूल्हा सहित 4 लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया।
घटना के संबंध में मृतक युवक हिम्मत के पिता हरगोविंद कुशवाह ने बताया कि गांव में उनके मोहल्ले मातनपुरा में प्रेमनारायण कुशवाह के लड़के धर्मेंद्र की शादी का भात आया था। जिसमें दभेरा निवासी दूल्हे का फूफा महेंद्र कुशवाह पुत्र दयाराम भी आया था। शराब के नशे में गाली-गलौंच करने पर उसका मृतक के पिता हरगोविंद और उससे विवाद हो गया। जिसके बाद पिता-पुत्र शादी मंडप से अपने घर लौट आए थे। इस बात का बदला लेने के लिए फूफा महेंद्र कुशवाह ने रात करीब 1 बजे दूल्हे के भाई नीलेश को हरगोविंद और मृतक हिम्मत को भात के लिए बुलाने उनके घर भेजा। जहां नीलेश उन दोनों को मनाकर अपने साथ ले आया।
इसी दौरान वहां छिपे बैठे महेंद्र कुशवाह दभेरा, भवानी कुशवाह कुठौंदा, उसका बेटा पंजाब ने अचानक युवक हिम्मत को घेर लिया और उसे लात घूंंसों से मारने लगे। इस दौरान महेंद्र ने हिम्मत के गुप्तांग में लात मार दी। जिससे वह तड़पकर गिर पड़ा। इसके बाद उक्त लोगों ने युवक का गला दबाकर तब तक मारपीट की जब तक वह मर नहीं गया। मृतक के पिता ने उसे बचाने की कोशिश भी की, लेकिन उक्त लोगों ने उसकी भी मारपीट कर दी। बीच बचाव के लिए गांव के लोग दौड़े, लेकिन हिम्मत की जान जा चुकी थी। घटना के बाद उक्त लोग मौके से फरार हो गए। मारपीट में दूल्हे सहित उसके अन्य स्वजन के शामिल होने की बात मृतक के पिता ने बताई है।
स्वजन ने किया हंगामा तब हुआ हत्या का मामला दर्ज
घटना के बाद पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। जिसका पता लगने पर मृतक के स्वजन भड़क गए और हंगामा करने लगे। सुबह होते ही शव सड़क पर रखकर चक्काजाम की तैयारी की जाने लगी। जब इस बात की सूचना पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को लगी तो मामले में चार लोगों के विरुद्ध धारा 302 के तहत मामला दर्ज करवाया गया। तब जाकर मृतक स्वजन मानें।