New Delhi News : नईदिल्ली । ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान दोनों नेताअों ने युद्धग्रस्त यूक्रेन की स्थिति पर भी अहम चर्चा की। इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन में युद्धविराम और समाधान निकालने के लिए बातचीत और कूटनीतिक रास्ता अपनाए जाने पर बल दिया।
बिट्रेन प्रधानमंत्री जॉनसन एवं पीएम मोदी ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहाकि भारत और ब्रिटेन ने विश्व के सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान को लेकर चर्चा की गई।
मोदी ने कहाकि दोनों देशों ने यूक्रेन में तत्काल युद्धविराम और समस्या के समाधान के लिए वार्ता की है। पीएम मोदी ने कहाकि जानसन से वार्ता के दौरान उन्होंने अफगानिस्तान में एक शांतिपूर्ण, स्थिर और धर्मनरिपेक्ष प्रतिनिधित्व वाली सरकार के लिए अपना समर्थन दोहराया।
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मोदी ने कहाकि यह आवश्यक है कि अफगानस्तिान की जमीन का उपयोग अन्य देशों में आतंकवाद फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए। दोनों देशों के प्रधानमंत्री ने क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर हो रही अन्य घटनाओं के बारे में भी चर्चा की। इसके साथ ही एक खुली, समावेशी और नियम-आधारित व्यवस्था, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बनाए रखने पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने हिंद, प्रशांत महासागरीय पहल से जुड़ने के लिए ब्रिटेन के फैसले का स्वागत किया है। मोदी ने कहा कि पिछले साल दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी की स्थापना की गई थी और इस दशक में अपने संबंधों को दिशा देने के लिए दोनों देशों ने एक महत्वाकांक्षी रोडमैप 2030 की ओर कदम बढ़ाने का निर्णय लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहाकि बातचीत में हमने इस रोडमैप में हुई प्रगति की समीक्षा की और आगामी समय के लिए कुछ लक्ष्य भी तय किए हैं। उन्होंने कहा कि मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के बारे में भी दोनों देशों के दल काम कर रहे हैं और इसमें अच्छी प्रगति हो रही है। उन्होंने कहाकि हमने इस साल के अंत तक एफटीए के समापन की दिशा में पूरा प्रयास करने का निर्णय लिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले कई वर्षों से भारत और ब्रिटेन के संबंधों को मजबूत करने में प्रधानमंत्री जॉनसन की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। भारत जब अपनी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, ऐसे समय में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का भारत आना एक ऐतिहासिक पल है