New Delhi News : नईदिल्ली । फरीदाबाद में अत्याधुनिक अमृता अस्पताल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को किया। इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, मुख्यमंत्री मनोहरलाल, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, माता अमृतानंदमयी भी उपस्थित रही।
इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहाकि कुछ दिन पहले ही देश ने एक नयी ऊर्जा के साथ आजादी के अमृत काल में प्रवेश किया है। हमारे इस अमृतकाल में देश के सामूहिक प्रयास प्रतिष्ठित हो रहे हैं। देश के सामूहिक विचार जाग्रत हो रहे हैं।उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अमृतकाल की इस प्रथमबेला में देश को माता अमृतानंदमयी के आशीर्वाद का अमृत भी मिल रहा है।
उन्होंने कहाकि यह अस्पताल आधुनिकता और आध्यात्मिकता का मिश्रण है और जरूरतमंद मरीजों के लिए सुलभ और किफायती इलाज का माध्यम बनेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत एक ऐसा राष्ट्र है, जहां इलाज एक सेवा है और आरोग्य एक दान। जहां आरोग्य आध्यात्म, दोनों एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। हमारे यहां आयुर्विज्ञान एक वेद है।हमने हमारी मेडिकल साइंस को भी आयुर्वेद का नाम दिया है। उन्होंने सभा को याद दिलाया कि सदियों से गुलामी के कठिन दौर में भी भारत ने अपनी आध्यात्मिक और सेवा विरासत को कभी भी गुमनामी में लुप्त नहीं होने दिया।
उन्होंने राष्ट्र के सौभाग्य के बारे में बताया कि अम्मा जैसे संतों के रूप में आध्यात्मिक ऊर्जा हमेशा देश के कोने-कोने में व्याप्त थी। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमारे धार्मिक और सामाजिक संस्थानों द्वारा शिक्षा-चिकित्सा से जुड़ी जिम्मेदारियों के निर्वहन की ये व्यवस्था एक तरह से पुराने समय का पीपीपी मॉडल ही है।प्रधानमंत्री ने कहाकि इसे पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप तो कहते ही हैं, लेकिन मैं इसे ‘परस्पर प्रयास’ के तौर पर भी देखता हूं।
6000 करोड़ रुपए से तैयार हो रहा अस्पताल : प्रधानमंत्री द्वारा फरीदाबाद में अमृता अस्पताल का उद्घाटन संपन्न होने से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा की उपलब्धता को बढ़ावा मिलेगा। माता अमृतानंदमयी मठ द्वारा संचालित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल 2600 बिस्तरों से लैस होगा।
करीब 6000 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से इस अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है। यह अस्पताल फरीदाबाद और पूरे एनसीआर क्षेत्र के लोगों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री ने भारत में बने वैक्सीन के बारे में दुष्प्रचार पर टिप्पणी करते हुए कहाकि जब भारत ने अपनी वैक्सीन बनाई थी, तो कुछ लोगों ने किस तरह का दुष्प्रचार करने की कोशिश की थी।
इस दुष्प्रचार की वजह से समाज में कई तरह की अफवाहें फैलने लगी थीं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहाकि जब समाज के धर्मगुरू, अध्यात्मिक गुरू एक साथ आए,उन्होंने लोगों को अफवाहों पर ध्यान ना देने को कहा, तो उसका तुरंत असर हुआ। भारत को उस तरह की वैक्सीन हेसिटेंसी का सामना नहीं करना पड़ा, जैसा अन्य देशों में देखने को मिला।
लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन के बारे में चर्चा करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहाकि इस बार लालकिले से मैंने अमृतकाल के पंच-प्राणों का एक विजन देश के सामने रखा है।
इन पंच प्राणों में से एक है- गुलामी की मानसिकता का संपूर्ण त्याग। प्रधानमंत्री ने कहाकि हरियाणा आज देश के उन अग्रणी राज्यों में है। जहां घर-घर पाइप से पानी की सुविधा से जुड़ चुका है।
प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान में भी उत्कृष्ट योगदान के लिए हरियाणा के लोगों को बधाई दी।उन्होंने कहाकि फिटनेस और खेल जैसे विषय तो हरियाणा के संस्कारों में ही हैं।