नई दिल्ली : उत्तरी प्रशांत महासागर और दक्षिण चीन सागर में अपनी लंबी दूरी की परिचालन तैनाती के हिस्से के रूप में, आईएनएस कदमत्त 19 दिसंबर 23 को बैंकॉक, थाईलैंड पहुंचा। यात्रा का उद्देश्य भारत-थाईलैंड समुद्री सहयोग को और मजबूत करना एवं दोनों की नौसेनाओं के बीच अंतर-संचालन को बढ़ाना है।
परिचालन बदलाव के दौरान निर्धारित पत्तन गतिविधियों में रॉयल थाई नेवी (आरटीएन) अकादमी के कर्मियों द्वारा आपसी-जहाज यात्रा और समुद्री साझेदारी अभ्यास (एमपीएक्स) के लिए योजना सम्मेलन शामिल हैं। बैंकॉक से प्रस्थान पर, जहाज रॉयल थाई नौसेना के कार्वेट एचटीएमएस रतनकोसिन के साथ एमपीएक्स का संचालन करेगा।
नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार जहाज के चालक दल के साथ बातचीत करने के लिए 21 दिसंबर 23 को आईएनएस कदमत्त का दौरा करेंगे। सीएनएस 19 से 22 दिसंबर 23 तक बैंकॉक, थाईलैंड में रॉयल थाई नेवी द्वारा आयोजित किये जा रहे हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी (आईओएनएस) प्रमुखों का सम्मेलन (सीओसी) में भारतीय नौसेना प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।
आईएनएस कदमत्त भारतीय नौसेना के चार स्वदेशी एएसडब्ल्यू कार्वेट में से दूसरा है। 07 जनवरी 2016 को कमीशन किए गए इस जहाज ने मित्र देशों के साथ कई संयुक्त नौसैनिक अभ्यासों में भाग लिया है, क्षेत्रीय सुरक्षा में योगदान दिया है और समुद्री संबंधों को बढ़ावा दिया है। जहाज अत्याधुनिक हथियार और सेंसर पैकेज से सुसज्जित है, जो उसे कई प्रकार के मिशनों को अंजाम देने में सक्षम बनाता है। यह जहाज विशाखापत्तनम स्थित भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का हिस्सा है और पूर्वी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ की कमान के तहत कार्य करता है।