कोरोना थमते ही अस्पताल में बंद हुए आइसोलेशन वार्ड, ओपीडी शुरू, मरीजों को मिलने लगी सर्जरी की डेट

Datia News : दतिया। कोरोना महामारी का संक्रमण अब बहुत कम हो गया। जिले में एक्टिव केस भी घटकर अब महज 18 रह गए हैं। जिसमें से सिर्फ 02 मरीज ही अस्पताल में भर्ती हैं। कोरोना का दबाव कम होते ही सामान्य मरीज अस्पताल में बढ़ने लगे है। प्रतिदिन लगभग 300 मरीज आने लगे है। जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बंद कर दिए गए हैं। दतिया मेडिकल कालेज का आक्सीजन प्लांट भी आगामी सप्ताह में चालू हो जाएगा। 150 से अधिक आक्सीजन कंसंट्रेटर वार्ड से हटाकर अब पैक कर दिए गए हैं।

जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज में अन्य मरीजों की सुविधाओं पर फोकस किया जा रहा है। सामान्य ओपीडी भी चालू कर दी गई है। अभी तक जिला अस्पताल दो भागों में बांटा हुआ है। एक पूरा भाग कोविड और दूसरा भाग ट्रॉमा व इमरजेंसी सर्विसेस के लिए। कोरोना के कारण दो महीने से सर्जरी बंद थीं। अब मरीजों को आेपीडी चालू करने के साथ रोग विशेषज्ञों द्वारा सर्जरी के लिए फिर से तारीखें दी जाएंगी। कुछ जरूरी सर्जरी शुरू भी कर दी गई है। वहीं मेडिकल कालेज भी ज्यादा से ज्याद सैंपलिंग के लिए जुटा है।

स्वास्थ्य विभाग के लिए कोरोना महामारी की दूसरी लहर शहर के लिए अग्निपरीक्षा के समान थी। दूसरी लहर में करीब 5600 कुल संक्रमित मिले और 77 से अधिक लोगों की इस बीमारी में जान गई। इस दौरान पूरा स्वास्थ्य अमला सिर्फ कोरोना से लड़ने में जुटा रहा और सामान्य व अन्य बीमारियों के मरीजों को परेशानी भी उठानी पड़ी।

अब संक्रमण कम होने के बाद दोबारा से जिले की स्वास्थ्य सेवाएं बहाल होने लगी हैं। फिलहाल करीब 04 मरीज ही कोविड के अस्पतालों में हैं। जबकि जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज मिलाकर कोविड बेड ही 250 से अधिक हैं। मरीजों की कम संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल में एक बार फिर ओपीडी के साथ ही जरूरी सर्जरी आदि भी शुरू कर दी हैं।

इसे लेकर सीएमएचओ डाॅ.आर.बी. कुरेले ने आदेश जारी कर दिए है। हालांकि सर्जरी अभी सिर्फ इमरजेंसी मरीजों की ही की जा रही है और शेष को आगे की तिथि दी जा रही है। सीएमएचओ डाॅ. आर.बी. कुरेले ने बताया कि हमने जरूरत को देखते हुए इमरजेंसी ओपीडी भी शुरू कर दी है।

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इसके साथ ही चिकित्सकों को कहा है कि यदि कोई इमरजेंसी सर्जरी आती है, तो वह भी की जाएगी। यदि मरीज की सर्जरी को कुछ दिन के लिए टाला जा सकता है तो उसे आगे की तारीख दी जाएगी। कोविड पीरियड के कारण इसके पहले की भी कई सर्जरी लंबित थी, जिन्हें अब किया जाएगा। करीब 35 से अधिक मरीजों को आगे की डेट दी जा चुकी है।

मेडीकल कॉलेज में आक्सीजन प्लांट नहीं हो पाया तैयार

मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में दो अलग-अलग आक्सीजन प्लांट शुरू किए जाने थे। दोनों ही प्लांट अभी शुरू नहीं किए जा सके है। मेडिकल कालेज की ओपीडी चालू कर दी गई। यहां भी डाक्टर्स ने सामान्य आपरेशन को लेकर काम शुरू कर दिया गया है। अब मेडिकल कॉलेज के अस्पताल का सही लाभ मिलना श्ुरू होने जा रहा है।

यहां पर नॉनइमरजेंसी ओपीडी शुरू की जा रही है। इसके साथ ही अब आम मरीजों को भी सामान्य रोग संबंध सुविधा मिलना शुरू हो गई है। मेडिकल कालेज अब कोरोना के तीसरे फेज की तैयारियों में लगा है। मेडिकल कालेज के डीन डा. राजेश गौर ने बताया कि आक्सीजन प्लांट आगामी एक सप्ताह में शुरू हो जाएगा। हमें कोरोना की तीसरी लहर की भी तैयारियां कर रहे है।

भर्ती प्रक्रिया में देरी ने बिगाड़ी व्यवस्थाएं

मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्सों की भर्ती प्रक्रिया अब अभी भी लंबित है। इसके 225 से अधिक पद हैं। इसके लिए के लिए साक्षात्कार किए जा चुके है। अब लिखित परीक्षा ली जाना बाकी है। लिखित व साक्षात्कार के अंकों जोड़कर रिजल्ट घोषित किए जाने है।

बता दें कि मेडिकल कालेज के पास अभी तक कोई भी पेरामेडिकल स्टाफ नहीं है। यहां आपरेशन और भर्ती मरीजों के लिए जिला अस्पताल का ही पेरामेडिकल स्टाफ का उपयोग किया जाता है। इस भर्ती के बाद यह परेशानी भी समाप्त हो जाएगी। वर्तमान में इससे मेडिकल कालेज की व्यवस्था प्रभावित हो रही है।

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