Datia news : दतिया। प्रसिद्ध रामगढ़ वाली माता मंदिर की दानपेटियां पूरे आठ माह बाद खोली गई। दानपेटियों में चार लाख 77 हजार से अधिक की दानराशि निकली है। इसे गिनने में राजस्व कर्मचारियों को पूरे छह घंटे लग गए। सुबह 11 बजे से खोली गई दान पेटियों से शाम पांच बजे नोटों सिक्कों की गिनती पूरी हो सकी।
मंदिर से निकली दानराशि को बैंक खाते में जमा कराया जाएगा। इसी दानराशि से मंदिर में विकास कार्य सहित श्रद्धालुओं की सुविधा का इंतजाम किया जाता है। इस बार निकली दान राशि से भी विकास कार्यों की योजना बनाई जाएगी। यह मंदिर शासन की देखरेख में है।
भांडेर अनुभाग में रामगढ़ स्थित मां काली मंदिर पर शुक्रवार को रामगढ़ मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष तहसीलदार सुनील प्रभास के निर्देश पर दान पेटियां खोली गईं।
इस दौरान राजस्व विभाग के एक दर्जन से अधिक पटवारी एवं अन्य अमले द्वारा मंदिर की चार दान पेटियां जिनमें काली मंदिर की दो, हनुमान जी मंदिर की एक तथा शंकरजी मंदिर की एक शामिल थी।
दानपेटियों की राशि गिनने का कार्य सुबह 11 बजे से आरंभ हुआ। जो शाम करीब पांच बजे तक चला। जिसमें कुल चार लाख 76 हजार आठ सौ बीस रुपये की कागजी मुद्रा तथा दस रुपये के सिक्कों के रूप में कुल एक हजार रुपये, इस प्रकार कुल चार लाख 77 हजार 820 रुपये की राशि दर्ज की गई।

इसके अलावा बड़ी संख्या में मिले सिक्कों की गिनती बाद में करने के उद्देश्य से बोरों में भरकर सुरक्षित रखवा दिए गए। इस बार गौर करने वाली बात यह रही कि इस बार दनपेटियां खोले जाने की सूचना मंदिर ट्रस्ट कमेटी के गैर प्रशासनिक सदस्यों को भी दी गई थी।
वहीं मंदिर के पुजारी सियाशरण ने बताया कि आठ माह बाद ये दानपेटियां खोली गई हैं। उनका कहना था कि प्रशासन दानपेटियां यदि तीन से चार माह के अंतराल से खोली जाएं तो बेहतर होगा।