जेसीबी ने शहर की सड़कों पर खोद दी खंती, लोगों को बाहर निकलने से रोकने के लिए प्रशासन ने अपनाया नया तरीका

दतिया । लाॅकडाउन का कड़ाई से पालन कराने के मद्देनजर शहर में प्रवेश करने वाले तथा बाहर जाने वाले प्रमुख मार्गों पर जेसीबी से गड्ढे खुदवाकर वहां छोटी-छोटी खंती बना दी गई है। ताकि लोगों इन रास्तों का उपयोग कर अनावश्यक घरों से बाहर घूमने न निकल सकें। इन रास्तों पर गड्ढे बना दिए जाने से अब काफी घूम कर रास्ता तय करना पड़ेगा, वहीं दूसरी ओर लोगों को इससे परेशानी भी बढ़ गई है। यदि ऐसे में किसी मरीज को अस्पताल लाना या ले जाना पड़ेगा, तो उसे भी लंबा चक्कर लगाकर अस्पताल पहुंचाने पड़ेगा। ऐसे में मरीज की जान पर संकट बन सकता है। शहर के कई लोगों ने इसे प्रशासन का तुगलकी निर्णय करार दिया है।

शहर में भ्रमण कर वेबजह घूम रहे लोगों को घरों में रहने की बार बार समझाइश देने के बाद भी जब लोगो नहीं मान रहे हैं, तो प्रशासन ने शहर के सिविल लाइन िस्थत मार्ग सहित अन्य मार्गों को जेसीबी लगाकर खोद दिया है, ताकि वाहन सड़कों तक ना जा सके। कलेक्टर के निर्देशन में जनता कर्फ्यू का पालन कराने के लिए शहर की बहारी सीमाओं पर जगह-जगह गड्ढे व खंती करवा कर आवागमन बंद कर दिया गया है।

जिससे वेबजह लोग घरों से बाहर नहीं घूम सकेंगे और जिन लोगों को आवश्यक कार्य हो, वही लोग पुलिस द्वारा बनाए गए अस्थाई नाकों से निकल सकेंगे। इस कार्रवाई का मकसद कोरोना संक्रमित व्यक्ति दूसरों के संपर्क में ना आ सके। जनता कर्फ्यू पालन भी ठीक से हो सकेगा। दिन रात शहर में पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी भ्रमण कर इसके लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इस मामले में कलेक्टर का कहना कि लोग लाकडाउन का पालन नहीं कर रहे हैं। किसी ना किसी बहाने से लोगों घरों से वेबजह निकल रहे हैं। जगह-जगह पुलिस के नाके बनाएं गए हैं। आवश्यक कार्य वाले लोग नाकों से होकर ही निकल सकेंगे। इससे कोरोना की चेन तोड़ने में हमें मदद मिलेगी और संक्रमण कम होगा।

ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को भी होगी परेशानी

जगह-जगह सड़कों को खोद दिए जाने के बाद कंटेनमेंट एरिया में लगे शिक्षक को अपनी ड्यूटी देने में खासी परेशान हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा जगह-जगह जेसीबी से खंती खुदवाने से ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को अपने पॉइंट पर पहुंचने में इधर-उधर से रास्ता ढूंढकर जाना पड़ रहा है, तो रात में वे ड्यूटी से लौटते समय अंधेरे में खंती ना दिखने से मोटर साइकिल से उसमें गिरने का डर भी उन्हें सताने लगा है। जिला प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई से कंटेनमेंट एरिया में तैनात शिक्षक सहित अन्य कर्मचारियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।

Banner Ad

ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को एक किलोमीटर का रास्ता तय करने के लिए इधर-उधर से घूमकर जाने में 7 से 8 किमी का रास्ता तय करना पड़ रहा है। इसी तरह जिन क्षेत्रों में सड़कों पर खंतियां खोदी गई है, उस क्षेत्र में कोई गंभीर बीमार हो जाता है तो वहां पर जल्दी से एंबुलेंस पहुंचना भी संभव नहीं है। एंबुलेंस को भी मरीज को लेने या छोड़ने के लिए लंबा चक्कर घूमकर ही जाना पड़ेगा, ऐसी स्थिति मरीज के लिए घातक सिद्ध हो सकती है।

Share this with Your friends :

Share on whatsapp
Share on facebook
Share on twitter