प्रयागराज : दमदार अभिनय के साथ बयानों के चलते सुर्खियों में रहने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत आपातकाल पर फिल्म बनाने जा रही हैं। शूटिंग के सिलसिले में उनका अगस्त के तीसरे सप्ताह में प्रयागराज आना प्रस्तावित है।
वैसे अधिकृत कार्यक्रम जारी नहीं किया गया है, पर सियासी खींचतान शुरू हो गई है। कांग्रेस की तरफ से जहां कंगना को प्रयागराज में नहीं घुसने देने का ऐलान किया गया है, वहीं भाजपा कंगना के पक्ष में खड़ी नजर आ रही है।
कंगना ने पिछले दिनों जानकारी दी थी कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बायोपिक में वह आयरन लेडी यानी इंदिरा का किरदार निभाएंगी।
इसी क्रम में इमरजेंसी के हालात को और बेहतर तरीके से समझने के लिए वह प्रयागराज आने वाली हैं। मुंबई की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी उनके प्रवास की तैयारी कर रही है।
कहा जा रहा है कि कंगना 25 अगस्त के आसपास दो दिनों के लिए प्रयागराज आएंगी। इंदिरा की जन्मस्थली से लेकर उनके विवाह स्थल, स्कूल और निवास को देख सकती हैं।
इंदिरा गांधी के खिलाफ फैसला देने वाले हाई कोर्ट के दिवंगत जस्टिस जगमोहन लाल सिन्हा के परिवार से भी मुलाकात कर सकती हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़ीं शिक्षिका के घर जाने का कार्यक्रम प्रस्तावित है।
पावन त्रिवेणी के जल का आचमन करने के बाद वह काफी हाउस जाएंगी। शहर के नामी आइटी संस्थान में भावी टेक्नोक्रेट्स से संवाद का आयोजन भी हो सकता है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी कहते हैं कि भारत रत्न इंदिरा ने दुनिया का इतिहास नहीं, भूगोल बदलकर बांग्लादेश को जन्म दिया। हरित क्रांति से हर पेट को निवाला दिया।
यदि उनका मान मर्दन होता है, तो इसका पुरजोर विरोध करेंगे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता बाबा अभय अवस्थी ने कंगना को भाजपा की जासूस बताते हुए कहा कि वर्तमान सरकार पूर्व प्रधानमंत्री को खलनायक बनाना चाहती है।
प्रदेश सचिव मुकुंद तिवारी ने भी विरोध जताया है। इधर, भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी का कहना है कि कांग्रेसी नहीं चाहते कि आपातकाल की सच्चाई जनता के सामने आए। इसलिए वह ड्रामा कर रहे हैं।